ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने एक अहम फैसले में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के नए परिसर का नाम बदलकर सेवा तीर्थ कर दिया। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत निर्मित यह परिसर जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नया कार्यालय होगा। पहले इसे एग्जीक्यूटिव एन्क्लेव नाम दिया गया था।
अधिकारियों ने बताया, सेवा तीर्थ को एक ऐसा कार्यस्थल बनाया जा रहा है, जहां सेवा भावना ही सर्वोपरि होगी व राष्ट्रीय स्तर की प्राथमिकताएं आकार लेंगी। सेवा, कर्तव्य और पारदर्शिता को शासन का आधार बनाने के प्रयासों के तहत राज्यों में राज्यपाल आवास के नाम राजभवन से लोकभवन करने की शुरुआत पहले ही की जा चुकी है। पीएमओ जल्द ही साउथ ब्लॉक के पुराने दफ्तर से नए सेवा तीर्थ परिसर स्थानांतरित हो जाएगा।
नया पीएमओ सेवा तीर्थ-1 परिसर से काम करेगा। सेवा तीर्थ-2 में कैबिनेट सचिवालय होंगे और सेवा तीर्थ-3 राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) का दफ्तर होगा।
तेलंगाना के राज्यपाल के आवास का नाम
राजभवन से बदलकर लोकभवन हो गया। वहीं, राजस्थान के राज्यपाल ने भी राजभवन का नाम बदलने की अधिसूचना जारी कर दी। गृह मंत्रालय के परामर्श के बाद प. बंगाल, तमिलनाडु, गुजरात व त्रिपुरा भी राज भवन का नाम बदल चुके हैं। लद्दाख के उपराज्यपाल के निवास-कार्यालय को राज निवास की जगह अब लोक निवास कहा जाएगा।































