ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। अमेरिकी एविएशन स्टार्टअप नेटीलस ने भारत में एंट्री करते हुए बड़ा एलान किया है। कंपनी ने बताया कि भारत की लो-कॉस्ट एयरलाइन स्पाइसजेट ने उसे 100 ब्लेंडेड-विंग-बॉडी जेट विमान ऑर्डर किए हैं। इसके साथ ही नेटीलस ने भारत में अपनी एक स्थानीय सब्सिडियरी भी लॉन्च की है।
भारत पांचवां सबसे बड़ा एविएशन मार्केट
इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (आईएटीए) के मुताबिक भारत दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा एविएशन मार्केट है। कोरोना के बाद हवाई यात्रा की मांग तेजी से बढ़ी है।
इसके चलते भारत वैश्विक विमानन कंपनियों के लिए बड़ा बाजार बन गया है। नेटीलस अब भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने पर भी विचार कर रही है। कंपनी का लक्ष्य है कि अगर यह फैक्ट्री बनी तो यहां हर साल करीब 300 होराइजन जेट विमान त ैयार किए जाएं। नेटीलस के सीई एलेक्सी मात्युशेव ने कहा कि भारत में दूसरा बड़ा मैन्युफैक्चरिंग बेस बनाने की काफी संभावनाएं हैं।
सर्टिफिकेशन प्रोसेस में मदद
स्पाइसजेट ने बताया कि वह नेटीलस के साथ मिलकर भारत में विमान के सर्टिफिकेशन प्रोसेस में मदद करेगी। सभी रेगुलेटरी मंजूरियां मिलने के बाद इन विमानों की खरीद करेगी। नेटीलस ने यह भी कहा है कि वह अपने विमानों के लिए कई कंपोनेंट्स भारत से सोर्स करने पर विचार कर रही है। कंपनी की भारतीय सब्सिडियरी नेटीलस इंडिया का मुख्यालय मुंबई में होगा।
कमर्शियल फ्लाइट में लाने की कोशिश
साल 2016 में अमेरिका के कैलिफोर्निया में शुरू हुई नेटीलस उन कंपनियों में शामिल है। जो ब्लेंडेड-विंग-बॉडी डिजाइन को कमर्शियल फ्लाइट में लाने की कोशिश कर रही हैं। इस डिजाइन पर पहले बोइंग और एयरबस भी प्रयोग कर चुके हैं लेकिन अब तक यह बड़े पैमाने पर यात्री विमानों में इस्तेमाल नहीं हुआ है।
नैरो-बॉडी विमानों की कैटेगरी में आएगा
नेटीलस का होराइजन जेट बोइंग 737 और एयरबस ए320 जैसे नैरो-बॉडी विमानों की कैटेगरी में आएगा। कंपनी का दावा है कि यह विमान ज्यादा केबिन स्पेस देगा। ईंन्धन की खपत कम होगी। पुराने विमानों के मुकाबले ऑपरेशनल लागत करीब 50 फीसदी तक कम होगी। नेटीलस को उम्मीद है कि यह विमान अगले दशक की शुरुआत तक बाजार में आ जाएगा































