संजय द्विवेदी
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में विकास की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए गोरखपुर से शामली तक 700 किलोमीटर लंबा नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनने जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे पूर्वी और पश्चिमी यूपी को जोड़ने का काम करेगा। यह लखनऊ, अयोध्या, बरेली, बस्ती और मेरठ समेत 22 जिलों से होकर गुजरेगा।
दूसरा सबसे बड़ा प्रोजेक्ट
इस प्रोजेक्ट को गंगा एक्सप्रेसवे के बाद यूपी का दूसरा सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे माना जा रहा है। इसके जरिए गोरखपुर से हरियाणा के पानीपत तक की कनेक्टिविटी बेहतर होगी। विशेषज्ञों के अनुसार यह प्रोजेक्ट राज्य की जनसंख्या को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। इस पर सुरक्षा के उच्च मानकों को अपनाया जाएगा। इसके अलावा आगरा-लखनऊ और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे की तर्ज पर इसमें इमरजेंसी फ्लाइट्स के लिए एक रनवे भी तैयार किया जाएगा जिससे आपातकालीन स्थितियों में इसका उपयोग किया जा सकेगा।
वृंदावन और नोएडा एयरपोर्ट तक फायदा
नया एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के प्रमुख टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स जैसे अयोध्या, वाराणसी, वृंदावन, लखनऊ और प्रयागराज को भी बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इससे न केवल राज्य के लोगों को बल्कि देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को भी यात्रा में बड़ी राहत मिलेगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एक्सप्रेसवे के निर्माण की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। इसके बन जाने से न केवल यूपी की कनेक्टिविटी और बेहतर होगी। बल्कि राज्य में विकास के नए आयाम खुलेंगे। इस एक्सप्रेसवे से जेवर में बनने वाले नोएडा एयरपोर्ट जाने वाले लोगों को भी फायदा मिलेगा।