ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। डेनमार्क की आरहूस खाड़ी में समुद्र के अंदर आठ हजार साल से भी ज्यादा पुराना शहर मिला है। इसे ‘पाषाण युग का अटलांटिस’ कहा जा रहा है। पुरातत्वविदों का कहना है कि आखिरी हिमयुग खत्म होने के बाद जब बर्फ पिघली और समुद्र का स्तर बढ़ा तो यह शहर पानी में डूब गया। इसके अलावा यहां की खुदाई में वैज्ञानिकों को पत्थर-लकड़ी के औजार, जानवरों की हड्डियां और तीर के सिरे मिले हैं। ये इस बात का सबूत देते हैं कि कभी यहां मानव समाज रहता था। वैज्ञानिकों इस जगह को एक ‘ टाइम कैप्सूल ‘ की तरह देख रही है।
क्या ऐसी खोज पहले भी हुई
वैज्ञानिकों ने पहले भी जमीन पर पाषाण युग की कुछ बस्तियां खोजी हैं लेकिन समुद्र के नीचे ऐसी बस्ती की खोज पहली बार है। उनका मानना है कि समुद्र में और भी कई वस्तुएं मिल सकती हैं जैसे-मछली पकड़ने के औजार क्योंकि इनका भोजन मछलियों पर निर्भर था। पीटर एस्ट्रुप के अनुसार पानी के नीचे ऑक्सीजन न होने की वजह से अब तक सब सुरक्षित है। यहां लकड़ी और खाने की चीजें भी मिली हैं जिनसे पता चलता है कि ये क्या बनाते और खाते थे।
प्रोजेक्ट में कितना आएगा खर्च?
बाल्टिक और उत्तरी सागर में वैज्ञानिक नीचे की जगहों का नक्शा बनाने के लिए 6 साल के अंतर्राष्ट्रीय प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, इस पर लगभग 15.5 मिलियन डॉलर का खर्च आएगा।
इसका मकसद उत्तरी यूरोप में समुद्र में डूबी हुई जगहों की खोज करना और पाषाण युग की बस्तियों का पता लगाना है। इस साल गर्मी में खोजकर्ताओं ने आरहूस के पास समुद्र में 26 फीट नीचे जाकर खोज की। उन्होंने दबी हुई चीजों को इकट्ठा करने के लिए पानी के अंदर इस्तेमाल होने वाले वैक्यूम की मदद ली।
क्या भविष्य में और होगी खोज?
वैज्ञानिकों ने इस जगह के हर हिस्से को बारीकी से देखा और मिली हुई चीजों से पता लगाया कि यहां कभी इंसान रहते थे। अब पुरातत्वविद सागर में 2 और जगहों पर खुदाई करेंगे, हालांकि यह काम काफी मुश्किल होगा क्योंकि वहां की परिस्थितियां काफी अलग हैं लेकिन वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि इससे ये समझने में मदद मिलेगी कि जब समुद्री तट बदलते हैं तो लोग कैसे खुद को ढालते हैं। दुनिया भर में समुद्र का स्तर बढ़ रहा है तो ऐसे में ये जानकारी बहुत काम की साबित हो सकती है।