ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारत के प्रमुख बिजनेस ग्रुप अडाणी ने एविएशन सेक्टर में तेजी से कदम बढ़ाए हैं। वर्तमान में अडाणी एयरपोर्ट्स लिमिटेड के पास पूरे देश में 8 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट्स का संचालन है। ये एयरपोर्ट न सिर्फ यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं दे रहे हैं, बल्कि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को भी मजबूत कर रहे हैं।
2019 में शुरू हुए इस सफर ने अब आठ प्रमुख हवाई अड्डों की कमान संभाल ली है। हाल ही में नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया है, जो मुंबई की हवाई यात्रा को नई ऊंचाई देगा। इसका संचालन भी अडाणी समूह के पास है।
सबसे नया और चर्चित नवी मुंबई एयरपोर्ट
ये मुंबई के मौजूदा एयरपोर्ट की भीड़ कम करने के लिए बनाया गया है। डिजाइन में कमल के फूल से प्रेरित ये टर्मिनल भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। 12 मूर्तिकला स्तंभ कमल की पंखुड़ियों जैसे ऊपर उठे हैं, जबकि 17 मेगा कॉलम स्ट्रक्चर को सहारा देते हैं। टर्मिनल वन का क्षेत्रफल 2.34 लाख वर्ग मीटर है, जो शुरुआत में सालाना 2 करोड़ यात्रियों को संभालेगा। ये न सिर्फ हवाई यात्रा सुधारेगा, बल्कि नवी मुंबई के आर्थिक विकास को बूस्ट देगा। सबसे पहले बात करें मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट की। ये देश का दूसरा सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है, जहां सालाना करोड़ों यात्री उड़ान भरते हैं। अडाणी ग्रुप द्वारा ही इसका संचालन किया जाता है। इस हवाई अड्डे ने चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून अवधि में 1.36 करोड़ यात्री वृद्धि दर्ज की है, जो साल-दर-साल लगभग स्थिर रही है।
गुवाहाटी का गोपीनाथ बोरडोलोई एयरपोर्ट
यह पूर्वोत्तर का गेटवे है। यहां से नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलती है, खासकर पर्यटन और व्यापार के लिए।
मंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट कर्नाटक के तटीय इलाके में स्थित है। ये दक्षिण भारत के यात्रियों के लिए सुविधाजनक है, जहां पहाड़ी इलाके के बावजूद लैंडिंग स्मूथ है। यह राज्य का दूसरा सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है। घरेलू गंतव्यों के अलावा, मध्य पूर्व के प्रमुख शहरों के लिए प्रतिदिन उड़ानें रवाना होती हैं।
लखनऊ का चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट
यह उत्तर प्रदेश की राजधानी को हवाई रास्ते से जोड़ने का बड़ा केंद्र है। भारत में यात्री यातायात के मामले में यह हवाई अड्डा 11वां सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है। इसने वित्त वर्ष 2024-25 में 49,660 से अधिक विमानों की आवाजाही के साथ 6.4 मिलियन से अधिक यात्रियों को संभाला है।
जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट
राजस्थान के गुलाबी शहर का ये एयरपोर्ट पर्यटकों के लिए वरदान है। पारंपरिक राजस्थानी कला से सजा ये टर्मिनल यात्रियों को सांस्कृतिक झलक देता है, साथ ही एडवांस शॉपिंग और डाइनिंग जोन भी हैं। इस हवाई अड्डे में दो यात्री टर्मिनल और एक कार्गो टर्मिनल हैं। हवाई अड्डे का एक ही रनवे है जो 11,178 फीट (3,407 मीटर) लंबा है।
अहमदाबाद का सरदार वल्लभभाई पटेल एयरपोर्ट
गुजरात की आर्थिक राजधानी में स्थित ये हवाई अड्डा तेजी से विस्तार कर रहा है। यहां नई टर्मिनल बिल्डिंग और बेहतर कनेक्टिविटी से यात्रियों को कम समय में चेक-इन मिल रहा है। इस हवाई अड्डे में वर्तमान में चार टर्मिनल हैं- घरेलू, अंतर्राष्ट्रीय, एडिशनल टर्मिनल और एक कार्गो टर्मिनल। हवाई अड्डे का एक रनवे 3,505 मीटर (11,499 फीट) लंबा है।
तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट
यह केरल की राजधानी को दक्षिण भारत से जोड़ता है। मॉडर्न अपग्रेड्स के बाद यहां इंटरनेशनल फ्लाइट्स बढ़ी हैं और सस्टेनेबल फीचर्स जैसे सोलर पावर का इस्तेमाल हो रहा है।