ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारत से बाहर बसे सबसे मशहूर भारतीयों में से एक लॉर्ड स्वराज पॉल के निधन से उनके राजधानी में बसे करीबी रिश्तेदार भी दुखी हैं। स्वराज पॉल के पुत्र आकाश पॉल की पत्नी गौरी पॉल के पिता कैलाश लांबा सरदार पटेल मार्ग पर स्थित राजधानी के मशहूर डिप्लोमेट होटल के चेयरमैन थे। अब इस होटल का मैनेजमेंट गौरी पॉल के भाई संजीव लांबा देखते हैं। कहते हैं कि स्वराज पॉल जब भी राजधानी आते तो एक बार अपने समधी के होटल में जरूर चक्कर लगा लेते थे।
स्वराज पॉल ने करीब बीस साल पहले अपने कपारो ग्रुप के रोजमर्रा के काम से दूरी बना ली थी। उसके बाद आकाश पॉल ही अपने पिता के कैपारो ग्रुप को देखते थे। आकाश पॉल की पत्नी की एक बहन गीता चोपड़ा देश के प्रमुख हृदय रोग विशेषज्ञ और सफदरजंग एनक्लेव पर स्थित आशलोक हास्पिटल के डायरेक्टर डॉ. आलोक चोपड़ा की पत्नी हैं। डॉ. आलोक चोपड़ा बताते हैं कि लॉर्ड स्वराज पाल बेहद विनम्र इंसान थे। वे फैमिल गेट-टुगेदर में अपनी उपलब्धियों की चर्चा करने से हमेशा बचते थे। उन्हें हिन्दी और पंजाबी में ही बात करना पसंद था। वे भारत से दूर रहने पर भी यहां की घटनाओं से जुड़े रहते थे।
राजधानी में रहने वाले स्वराज पॉल के एक अन्य रिश्तेदार राजन धवन ने बताया कि वे परिवार के मुखिया थे और अपने जीवन के अंत तक सामाजिक और जनसेवा के कामों में दिलचस्पी लेते रहे। उनके निधन से एक तरह से शून्य पैदा हो गया है। वे भारत आने का बहाना तलाशते थे। ब्रिटेन में करीब 60 साल से रहने के बाद भी वे मन से हिन्दुस्तानी ही रहे। स्वराज पॉल के बड़े भाई सत्य पॉल ने एपीजे ग्रुप शुरू किया। दिल्ली-एनसीआर में एपीजे स्कूल और कॉलेज हैं। अब एपीजे ग्रुप को सत्य पॉल की बेटी सुषमा बरेलिया देखती हैं। स्वराज पॉल के एक भाई सुरेन्द्र पॉल ने कनॉट प्लेस में पार्क होटल स्थापित किया था।
ब्लिट्ज इंडिया के साथ भी रहा प्यार भरा रिश्ता
कुछ माह पहले लॉर्ड स्वराज पॉल ब्लिट्ज इंडिया के नाेएडा स्थित कार्यालय में भी आए थे और उस समय उन्होंने अपनी जीवनगाथा के अनेक रोचक संस्मरण साझा किए।
आम इंसानों जैसी खूबियां
– अन्य आम लोगों की तरह वे भी लन्दन में सार्वजानिक यातायात का उपयोग करते थे।
– 1960 के दशक से ही वे मध्य लन्दन के पोर्टलैंड प्लेस में रहे थे। एक साधारण इंसान की जिंदगी जैसा ही उनका रहन सहन था।
– वे और उनके परिवार के सदस्य इस ब्लॉक में लगभग दर्जनभर मकानों के मालिक हैं। इनमें से हर मकान की कीमत लगभग 10 लाख ब्रिटिश पौंड मानी जाती है।
– बीकन्सफील्ड (बकिंघमशायर) में लगभग 250 एकड़ में फैला उनका एक कंट्री एस्टेट भी है।