ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने भारतीय सेना के लिए 155 मिमी/52 कैलिबर की क्षमता वाली के9 वज्र-टी स्व-चालित ट्रैक्ड आर्टिलरी गन की खरीद के लिए लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड के साथ डील की है। इस सौदे की कुल लागत 7,628.70 करोड़ रुपए है। नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक में रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की मौजूदगी में मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों और लार्सन एंड टुब्रो के प्रतिनिधियों के बीच अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए। के9 वज्र-टी की खरीद से भारतीय तोपखाने के आधुनिकीकरण को बढ़ावा मिलेगा।
यह बहु उपयोगी तोप देश में कहीं भी आने-जाने में समर्थ होने के साथ ही छोटे रास्ते से भी संचालित होने की ताकत रखती है। इससे सटीकता के साथ-साथ लंबी दूरी तक हमला करना संभव होगा। इसकी घातक मारक क्षमता सभी इलाकों में तोपखाने की उपलब्धता को बढ़ाएगी। यह तोप अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। के9 वज्र-टी उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों में शून्य से नीचे के तापमान में भी हमला करने में सक्षम है। 100 तोप भारतीय सेना में तैनात हैं। 100 तोप और आ सकती हैं। गोले की रेंज 18 से 54 किमी है। इसका इस्तेमाल चीन के साथ हुए संघर्ष के दौरान भी किया गया था। इसमें 48 गोले स्टोर होते हैं। ऑपरेशनल रेंज 360 किमी और अधिकतम स्पीड 67 किमी प्रतिघंटा है।