ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) ने भारत के शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में 10 बिलियन डॉलर यानी करीब 86 हजार करोड़ रुपए तक निवेश करने के लिए 5 साल के प्लान का एलान किया है। इस प्लान में मेट्रो रेल एक्सपेंशन, रीजनल रैपिड ट्रांजिट कॉरिडोर्स (आरआरटीएस) और वाटर, सेनिटेशन, हाउसिंग जैसी सिटी-लेवल सर्विसेज पर फोकस किया जाएगा।
एडीबी के प्रेसिडेंट मासातो कांडा ने अपनी भारत विजिट में कहा कि इस प्लान में सॉवरेन लोन्स, प्राइवेट सेक्टर फंडिंग और थर्ड-पार्टी कैपिटल को शामिल किया जाएगा। यह निवेश भारत की ऑर्गेनाइजेशन स्ट्रेटजी को सपोर्ट करेगा, क्योंकि देश का टारगेट 2030 तक अपनी 40% से ज्यादा आबादी को शहरों में रहने की उम्मीद में इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार करना है।
यह फंडिंग भारत के अर्बन चैलेंज फंड के जरिए की जाएगी। एशियन डेवलपमेंट बैंक के प्रेसिडेंट ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की थी। मीटिंग के बाद कांडा ने कहा कि यह पहल उन प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट देगी, जो कनेक्टिविटी और शहरी सेवाओं में सुधार करती हैं। यह फंडिंग भारत के अर्बन चैलेंज फंड (यूसीएफ) के जरिए की जाएगी।
इसका उद्देश्य सिटी इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए प्राइवेट कैपिटल को आकर्षित करना है। एडीबी इन प्रोजेक्ट्स को डिजाइन करने और स्थानीय सरकारों का सपोर्ट करने में मदद के लिए 3 मिलियन डॉलर यानी लगभग 26 करोड़ रुपए का टेक्निकल असिस्टेंट भी प्रोवाइड करेगा।
शहरी पोर्टफोलियो में 44 हजार करोड़ के 27 एक्टिव लोन
एडीबी 22 राज्यों के 110 से ज्यादा भारतीय शहरों में शहरी प्रोजेक्ट्स में शामिल रहा है, जिसमें वाटर सप्लाई, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, सैनिटाइजेशन और हाउसिंग जैसे सेक्टर्स शामिल हैं। बैंक के वर्तमान शहरी पोर्टफोलियो में 5.15 बिलियन डॉलर यानी 44 हजार करोड़ रुपए की राशि के 27 एक्टिव लोन शामिल हैं।
34.22 हजार करोड़ का कमिटमेंट किया
अर्बन ट्रांसपोर्ट की बात करें तो एडीबी ने पिछले 10 सालों में मेट्रो और आरआरटीएस प्रोजेक्ट्स के लिए 4 बिलियन डॉलर यानी 34.22 हजार करोड़ रुपए का कमिटमेंट किया है, जो दिल्ली, मुंबई, नागपुर, चेन्नई और बेंगलुरु समेत 8 शहरों में लगभग 300 किलोमीटर तक विस्तारित होंगे।
फाइनेंस और हाउसिंग मिनिस्टर से भी मिले कांडा
कांडा ने फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण और हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स मिनिस्टर मनोहर लाल के साथ मेट्रो नेटवर्क के विस्तार, ट्रांजिट-ओरिएंटेड डेवलपमेंट (टीओडी) को जोड़ने और रूफटॉप सोलर कैपेसिटी बढ़ाने पर चर्चा की। चर्चाओं में अर्बन चैलेंज फंड को बढ़ाने और अन्य क्षेत्रों में मौजूदा अर्बन ट्रांसपोर्ट मॉडल को दोहराना भी शामिल था। अपने दौरे के दौरान कांडा ने एडीबी सपोर्टेड दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर का निरीक्षण किया और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स से जुड़े स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स के लाभार्थियों से मुलाकात भी की। उन्होंने गुरुग्राम में रिन्यूएबल एनर्जी फर्म रीन्यू का भी दौरा किया। इसके अलावा उन्होंने इंफ्रास्ट्रक्चर, फाइनेंस और एनर्जी समेत कई सेक्टर्स के कॉर्पोरेट नेताओं के साथ राउंड टेबल मीटिंग की। 1966 में स्थापित एडीबी एक मल्टीलेटरल डेवलपमेंट बैंक है जिसके 69 मेंबर देश हैं, जिनमें 50 एशिया-पैसिफिक रीजन के हैं।