ब्लिट्ज ब्यूरो
नागपुर। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में आतंकी फंडिंग का इस्तेमाल हुआ है। इस मामले की जांच एटीएस कर रही है। फडणवीस ने यह भी दावा किया कि भारतीय चुनावों में विदेशी दखलअंदाजी के सबूत मिले हैं। उन्होंने नेपाल में हुई एक बैठक का भी जिक्र किया, जिसमें ईवीएम की जगह बैलेट पेपर लाने की बात हुई थी। फडणवीस ने नासिक के मालेगांव जिले में चल रही एक जांच का उदाहरण देते हुए कहा कि वे विपक्ष की देशभक्ति पर सवाल नहीं उठा रहे हैं लेकिन विपक्ष को ध्यान रखना चाहिए कि वे किनका साथ दे रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए वोट जिहाद की बात कही गई। आपको 17 मांगे दी गईं और आप चुप रहे।
114 करोड़ रुपये बेनामी जमा
फडणवीस ने आगे बताया कि इस साल मालेगांव में कुछ युवाओं ने पुलिस में शिकायत की कि उनके खातों में 114 करोड़ रुपये बेनामी जमा किए गए हैं। आरोपी सिराज मोहम्मद ने 14 लोगों के आधार और पैन विवरण का इस्तेमाल करके नासिक मर्चेंट्स कोऑपरेटिव बैंक, मालेगांव में 14 खाते खोले। सीएम ने कहा कि इस तरह जमा किए गए 114 करोड़ रुपये को सिराज मोहम्मद और 21 अन्य खातों में भेज दिया गया।
यह मामला सिर्फ मालेगांव तक सीमित नहीं है बल्कि 21 राज्यों में फैला है। 201 खातों में 1000 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ है। इस 1000 करोड़ में से 600 करोड़ रुपये दुबई भेजे गए और 100 करोड़ रुपये महाराष्ट्र चुनाव में अलग- अलग कामों के लिए इस्तेमाल किए गए। फडणवीस ने आगे कहा कि एटीएस आतंकी फंडिंग के तहत इसकी जांच कर रही है। भारतीय चुनावों में विदेशी दखलअंदाजी के सबूत मिले हैं। विपक्ष किसी और के द्वारा अपने कंधों का इस्तेमाल करने दे रहा है।
एक गंभीर आरोप लगाते हुए फडणवीस ने कहा कि इस साल 15 नवंबर को नेपाल में एक बैठक हुई थी। इसमें कुछ ऐसे संगठन शामिल थे, जिन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में हिस्सा लिया था। उन्होंने कहा कि बैठक में ईवीएम का विरोध करने और महाराष्ट्र और भाजपा शासित राज्यों में बैलेट पेपर लाने जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।
अांबेडकर से माफी मांगे कांग्रेस : फडणवीस
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मांग की कि कांग्रेस डॉ बीआर आंबेडकर का बार-बार अपमान करने के लिए देश से माफी मांगे। उन्होंने नागपुर में ‘प्रेस से मिलिए’ कार्यक्रम में कहा कि विपक्षी दल ने संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भाषण को तोड़-मरोड़ कर पेश किया। फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस को आंबेडकर का हमेशा अपमान करने के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस की चिंता यह रहती है कि कोई नेहरू-गांधी परिवार से बड़ा न हो जाए। कांग्रेस ने लोगों को गुमराह करने के लिए आंबेडकर से संबंधित अमित शाह की टिप्पणियों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया। बीजेपी और शाह सपने में भी आंबेडकर का अपमान नहीं कर सकते।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, यहां तक कि महाराष्ट्र विधानसभा में उनके संबोधन को भी इस तरह से तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि नक्सली देश के संविधान में विश्वास नहीं करते।
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस ने राजनीति के लिए आंबेडकर नाम का इस्तेमाल करना चाहती है। उन्होंने आगे कहा कि चाहे दीक्षा भूमि हो या अलीपुर रोड या फिर बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्तियां, उनको संजोने का काम बीजेपी और नरेंद्र मोदी ने किया है।