ब्लिट्ज ब्यूरो
गाजियाबाद। हर्बल औषधियों पर अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला की मेजबानी भारतीय चिकित्सा एवं होम्योपैथी भेषज संहिता आयोग (पीसीआईएमएंडएच) ने की। तीन दिवसीय तकनीकी बैठक में व्यावहारिक प्रशिक्षण, केस स्टडीज और विनियामक पर चर्चा का आयोजन हुआ।
संजयनगर स्थित निजी होटल में कार्यशाला में सहयोग को बढ़ावा देने, सुरक्षा और प्रभावकारिता, विनियामक अभिसरण को सक्षम बनाने, सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार करने और पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों को सशक्त बनाने के बिन्दुओं पर चर्चा हुई।
आयोग के निदेशक डा. रमन मोहन सिंह ने बताया कि कार्यशाला का उद्घाटन आयुष मंत्रालय के सचिव वैद्य राजेश कोटेचा और डब्ल्यूएचओ-आईआरसीएच की अध्यक्ष डॉ. किम सुंगचोल ने किया।
कार्यशाला में भूटान, ब्रुनेई, क्यूबा, घाना, इंडोनेशिया, जापान, नेपाल, पैराग्वे, पोलैंड, श्रीलंका, युगांडा और जिम्बाब्वे के प्रतिनिधिमंडलों ने प्रत्यक्ष रूप से भाग लिया जबकि ब्राजील, मिस्र और अमेरिका वर्चुअल रूप से शामिल हुए।






























