ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। अंधेरी वेस्ट से गोरेगांव वेस्टके बीच बीएमसी के केबल स्टे क्रीक ब्रिज में बीएमसी की प्लानिंग फेल होती नजर आ रही है। इस प्रोजेक्ट में बीएमसी ने निर्माणकार्य भी दशहरे के दिन शुरू किया था, लेकिन प्रोजेक्ट में प्रभावित 2100 झोंपड़ीधारकों को हटाने के बाद ही अब काम हो सकेगा। पुराने प्लान पर यू-टर्न लेते हुए बीएमसी अब स्लम हटाने के लिए एसआरए के पास पहुंची है।
बीएमसी के एक अधिकारी ने बताया, प्रशासन ने पहले पिलर की लाइन में आने वाले करीब 300 झोंपड़ियों को हटाकर काम पूरा करने की योजना बनाई थी, लेकिन अब सभी प्रभावित झोंपड़ीधारकों को एसआरए स्कीम के तहत शिफ्ट करने के बाद ही काम करने की बात कही है। बीएमसी के एडिशनल कमिश्नर अभिजीत बांगर ने बताया कि प्रोजेक्ट में हमारा प्लान था कि हम अलाइनमेंट में आने वाले झोंपड़ियों का पुनर्वसन कर जगह खाली कर सकेंगे, लेकिन हमें पुल के लिए पूरे झोंपड़ियों को ही हटाना होगा। इसके लिए हमने एसआरए अधिकारियों के साथ बैठक की है और क्षेत्र में जल्द ही स्कीम लाने की बात कही है, ताकि प्रोजेक्ट इफेक्टेड पीपल का कोई नुकसान ना हो और प्रोजेक्ट भी आसानी से पूरा हो।
प्रोजेक्ट 10 माह के लिए अटक गया
प्रोजेक्ट से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, एसआरए स्कीम कब तक आएगी, इसमें कितना समय लगेगा यह सभी को पता है। उन्होंने कहा, अब यह प्रोजेक्ट कम से कम 10 माह के लिए अधर में लटक गया है। उन्होंने कहा, यदि प्रोजेक्ट को निश्चित समय में पूरा करना है, तो फेजवाइज झोपड़ाधारको का रिडिवेलपमेट किया जाना चाहिए, वरना प्रोजेक्ट पूरा होने में देरी ही नही होगी, बल्कि कॉस्ट भी बढ़ेगी।
काम शुरू होकर फिर रुक गया
ट्रैफिक समस्या को कम करने के लिए बीएमसी ने यह केबल स्टे ब्रिज बनाने का निर्णय लिया था। प्रोजेक्ट में कुछ जगहो पर मैग्रोव भी प्रभावित हुए थे।































