ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। भारत में जहां कारों की बिक्री रिकॉर्ड बना रही है, वहीं अमेरिका में लोग गाड़ी और बंगला खरीदने से परहेज कर रहे हैं। अमेरिका में 1 अक्तूबर से गवर्नमेंट शटडाउन की स्थिति है। यह कब तक रहेगा, अभी यह साफ नहीं है। यही वजह है कि ज्यादातर लोग बड़ी खरीदारी से परहेज कर रहे हैं।
एक सर्वे के मुताबिक गवर्नमेंट शटडाउन के कारण 17 फीसदी अमेरिकी बड़ी खरीदारी को टाल रहे हैं। इनमें कार और मकान खरीदना शामिल है। रेडफिन के सर्वे के मुताबिक 7 फीसदी लोगों ने खरीदारी के बड़े प्लान पूरी तरह छोड़ दिए हैं। इनमें से कई लोग सरकारी कर्मचारी या कॉन्ट्रैक्टर हैं। इसी तरह 40 फीसदी अमेरिकी जॉब सिक्योरिटी के कारण बड़ी खरीदारी कैंसिल कर रहे हैं या टाल रहे हैं। 37 फीसदी वर्कर्स अपनी नौकरी को लेकर चिंतित हैं। लोग शटडाउन और लेबर मार्केट को लेकर चिंतित हैं।
कब तक चलेगा शटडाउन?
अमेरिका की सरकार को अपने खर्च चलाने के लिए फंड की जरूरत होती है। यह फंड कर्ज लेकर पूरा किया जाता है। इसके लिए एक बिल अमेरिकी संसद हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में लाया जाता है लेकिन इस बार फंडिंग बिल को संसद की मंजूरी नहीं मिली जिससे 1 अक्टूबर से देश में शटडाउन हो गया। देश में पिछली बार शटडाउन 35 दिन चला था जो अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा शटडाउन था।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही धमकी दी थी कि अगर संसद कानून पास नहीं करती है तो वह और संघीय कर्मचारियों को नौकरी से निकाल देंगे। 23 सबसे बड़ी संघीय एजेंसियों में से कम से कम 21 ने यह जानकारी दी कि वे कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजेंगी। एयरलाइन कंपनियों ने चेतावनी दी है कि शटडाउन से उड़ानों पर सीधा असर पड़ सकता है। लेबर डिपार्टमेंट का कहना है कि वह अपनी मासिक बेरोजगारी रिपोर्ट जारी नहीं करेगा, जो आर्थिक सेहत का बारीकी से देखा जाने वाला पैमाना है।