ब्लिट्ज ब्यूरो
भोपाल। प्रदेश सरकार ने गरीबों को हर महीने सार्वजनिक वितरण प्रणाली में गेहूं और चावल के रेशियो में बड़ा बदलाव किया है। अब राजधानी में प्रत्येक पात्र व्यक्ति को 4 किलो गेंहू और 1 किलो चावल दिया जाएगा। अभी तक यह रेशियो 3 किलो चावल और 2 किलो गेहूं का था। विभागीय मंत्री गोविंद राजपूत की पहल केंद्र सरकार ने नया आदेश जारी किया है।
राजधानी भोपाल सहित प्रदेश में प्रत्येक व्यक्ति को महीने में 4 किलो गेहूं और 1 किलो चावल दिए जाएंगे। फिलहाल तक यह व्यवस्था उल्टी चल रही थी जिसमें 3 किलो चावल और 2 किलो गेहूं दिया जाता था। बता दें कि बीते महीने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के मंत्री गोविंद राजपूत ने बताया था कि उन्होंने विसंगतियों को सुधारने के लिए केंद्र सरकार के खाद्य मंत्री प्रहलाद जोशी से मुलाकात कर 75 प्रतिशत गेहूं और 25 प्रतिशत चावल देने का अनुरोध किया था। इस संबंध में केंद्र सरकार ने मंजूरी देते हुए आदेश जारी कर दिये गए हैं।
बाजारों में बिक रहा था चावल, केस भी बने
सार्वजनिक वितरण में चावल की मात्रा ज्यादा और गेहूं की मात्रा कम होने के चलते चावल की खूब कालाबाजारी हो रही थी। मसलन मप्र के अधिकांश हिस्सों में गेहूं अर्थात आटे का उपयोग ज्यादा होता है।
चावल कम खाया जाता है, जबकि साउथ इंडिया में चावल का प्रचलन ज्यादा है। एमपी में गरीब पीडीएस का चावल ज्यादा मिलने से बाजार में बेच रहे थे। अब नए आदेश से इस पर लगाम लगेगी।






























