ब्लिट्ज ब्यूरो
चित्रकूट। उत्तर प्रदेश के चित्रकूट को एक्सप्रेसवे की कनेक्टिविटी मिलने वाली है। वाराणसी-बांदा मार्ग पर एक्सप्रेसवे के निर्माण की योजना को मंजूरी दी गई है। 15.17 किलोमीटर लंबे लिंक एक्सप्रेसवे को 548 दिनों में बनाकर तैयार किया जाएगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी की ओर से इस संबंध में योजना तैयार की गई है। इस एक्सप्रेसवे को 548 दिनों में तैयार करने की रणनीति बनाई गई है। यह लिंक एक्सप्रेसवे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से कनेक्टेड होगा। इससे दिल्ली या प्रदेश के अन्य भागों से चित्रकूट आने वाले लोगों को बड़ी राहत मिल जाएगी। इस इलाके में जाम जैसी स्थिति से भी राहत मिलेगी। एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद क्षेत्र में औद्योगिक विकास की योजनाओं को गति मिल सकेगी।
514 करोड़ से निर्माण
बुंदेलखंड को नई रफ्तार देने की दिशा में चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे एक बड़ा कदम माना जा रहा है। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण की कार्ययोजना तैयार हुई है। यह परियोजना 18 महीनों में पूरी की जाएगी। इसमें 514.17 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह लिंक एक्सप्रेसवे चित्रकूट को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ते हुए क्षेत्रीय, धार्मिक और पर्यटक यातायात के लिए एक नई दिशा प्रदान करेगा।
15.175 किलोमीटर लंबे चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे का निर्माण फोरलेन के रूप में किया जाएगा। इसे बाद में छह लेन तक विस्तारित किया जा सकेगा। यह एक्सप्रेसवे चित्रकूट के तीर्थस्थलों और पर्यटक स्थलों तक सुगम एवं तेज आवागमन सुनिश्चित करेगा।
ईपीसी मोड पर होगा कार्य
चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे परियोजना को ईपीसी मोड पर विकसित किया जाएगा। इसके तहत कई आधुनिक सुविधाएं और संरचनाएं शामिल की जाएंगी। इस एक्सप्रेसवे में 40 मीटर चौड़ा कैरियज वे का निर्माण किया जाएगा। एक्सप्रेसवे पर वाहनों की अधिकतम गति सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी। एक्सप्रेसवे पर फ्लाईओवर, ओवरपास, अंडरपास और छोटे पुलों का निर्माण किया जाएगा। इसके अप्रोच सेक्शन पर 10 मीटर ऊंचे पोल, 30 मीटर ऊंचे मास्ट लाइट्स लगाए जाएंगे। लिंक एक्सप्रेसवे पर आधुनिक लाइटिंग, उन्नत ड्रेनेज सिस्टम, आधुनिक ट्रैफिक साइनबोर्ड्स लगाए जाएंगे। इसके अलावा वेसाइड एमिनिटीज का विकास किया जाएगा, जिसमें टॉयलेट ब्लॉक्स, ट्रक पार्किंग, टोल प्लाजा शामिल है।































