ब्लिट्ज ब्यूरो
अयोध्या। रामलला के पुजारी अब पीतांबरी धारण कर रामलला की नित्य पूजा-अर्चना करेंगे। पुजारियों के लिए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से ड्रेस कोड लागू कर दिया गया है। पुजारी पीली चौबंदी व सफेद धोती धारण करेंगे। यह ड्रेस कोड इसी सप्ताह लागू कर दिया गया है। ट्रस्ट की ओर से सभी पुजारियों को दो-दो सेट ड्रेस भी उपलब्ध करवाई गई हैं।
राममंदिर में मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास समेत कुल 14 पुजारी कार्यरत हैं। पुजारियों के मल्टीमीडिया फोन इस्तेमाल करने पर पहले ही रोक लगाई जा चुकी है। सभी पुजारियों के लिए अब ड्रेसकोड भी लागू कर दिया गया है। अभी तक पुजारियों के लिए ड्रेसकोड अनिवार्य नहीं था। राम मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए 14 पुजारियों की ड्यूटी सात-सात पुजारियों को दो ग्रुप में बांटकर लगाई गई है।
सुबह की पाली के लिए सात व दोपहर से लेकर शाम तक की पाली के लिए सात पुजारियों को जिम्मेदारी दी गई है। इन सभी पुजारियों को राममंदिर के अलावा कुबेर टीला स्थित शिवालय व हनुमान मंदिर में भी पूजा-अर्चना करनी होती है। राममंदिर ट्रस्ट के इस कदम से राम मंदिर के पुजारियों की पहचान आसान हो जाएगी। पुजारियों के लिए चौबंदी, धोती, कुर्ता और सिर पर पीले रंग की पगड़ी निर्धारित की गई है
तिथि के लिहाज से बदलेगी पुजारियों की ड्यूटी
राम मंदिर के इतिहास में पहली बार पुजारियों के टोली की ड्यूटी हिंदी माह की तिथियों के लिहाज से बदली जाएगी। राम मंदिर में नवनियुक्त दस पुजारियों को लेकर तय की नियमावली में हिंदी तिथियों के लिहाज से भितरिया व बहरिया की अलग-अलग टोलियां बनाई गयी और उनके नियमों को भी सख्त बनाने के साथ उनका कड़ाई से पालन का भी निर्देश दिया गया है। इसके चलते पौष कृष्ण प्रतिपदा से शुरू नयी व्यवस्था के अन्तर्गत पुजारियों की ड्यूटी पौष शुक्ल प्रतिपदा यानि मंगलवार से बदल जाएगी। नये नियम के अनुसार मंदिर में 14 पुजारियों की दो अलग-अलग सात-सात सदस्यों की टोलियां बनाई गई थी। इस परिवर्तन के अनुसार सुबह प्रथम पाली में ड्यूटी देने वाले सभी सात पुजारी चक्रीय क्रम में सायं पाली में निर्धारित नाम के क्रम में ड्यूटी करेंगे।