ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। देवेंद्र फडणवीस ने आजाद मैदान में गुरुवार को तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और 22 राज्यों के सीएम व डिप्टी सीएम की मौजूदगी में महाराष्ट्र के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन ने फडणवीस को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर बधाई दी। उन्हें 4 दिसंबर को बीजेपी विधायक दल का नेता चुना गया था। गुरुवार को शपथ लेने से पहले फडणवीस सिद्धिविनायक मंदिर पहुंचे थे। वहां पर उन्होंने गणपति बप्पा का आशीर्वाद लिया था। इसके बाद उन्होंने गौमाता की पूजा भी की उन्होंने मराठी में शपथ ली। शपथ लेने जाने से पहले देवेंद्र फडणवीस की मां ने उनका तिलक किया। वह पांच साल के अंतराल के बाद मुख्यमंत्री की कुर्सी पर वापस लौटे हैं। वह 2019 तक महाराष्ट्र के सीएम रहे थे। इसके बाद नेता विपक्ष और फिर डिप्टी सीएम बने थे।
फडणवीस के बाद एकनाथ शिंदे ने डिप्टी सीएम की शपथ ली। शपथ से पहले उन्होंने बाला साहेब ठाकरे और आनंद दिघे का नाम लिया। पीएम मोदी और अमित शाह काे धन्यवाद दिया। शिंदे के बाद अजित पवार ने डिप्टी सीएम की शपथ ली। वह छठी बार डिप्टी सीएम बने हैं। इन तीनों के अलावा किसी मंत्री ने आज शपथ नहीं ली।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी कार्यक्रम में मौजूद रहे। उद्योगपति मुकेश अंबानी, सचिन तेंदुलकर, शाहरूख खान, सलमान खान, संजय दत्त, रणबीर कपूर, रणवीर सिंह समेत दो सौ वीवीआईपी कार्यक्रम में मौजूद रहे।
सूत्रों के मुताबिक महायुति के बीच कैबिनेट बंटवारे को लेकर 6-1 का फॉर्मूला तय हुआ है। यानी 6 विधायक पर एक मंत्री पद मिलेगा। इसके तहत भाजपा को 20 से 22 मंत्री पद, एकनाथ शिंदे गुट को 12 और अजित पवार गुट को 9 से 10 मंत्री पद दिए जा सकते हैं।
उद्धव और शरद पवार शपथ में नहीं आए
सूत्रों के मुताबिक शरद पवार और उद्धव ठाकरे शपथ समारोह में शामिल नहीं हुए। समारोह में शामिल होने के लिए विपक्ष को भी आमंत्रण भेजा गया था। पवार दिल्ली में होने के चलते, शामिल नहीं हो पाए।
विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत
हाल ही में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति गठबंधन ने 230, एमवीए ने 46 सीटें जीतीं। महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को वोटिंग हुई थी। 23 नवंबर को रिजल्ट जारी हुअा। महायुति को जो 230 सीटें मिलीं उनमें भाजपा के 132, शिवसेना के 57 और एनसीपी के 41 विधायक जीते। एमवीए में शिवसेना (यूटीबी) 20, कांग्रेस 16 और शरद पवार की एनसीपी को 10 सीटों पर जीत मिली। बहुमत का आंकड़ा 145 है।
सात दिसंबर से विधानसभा का सत्र
नए विधायकों को शपथ दिलाने और स्पीकर के चुनाव के लिए सात दिसंबर से विशेष सत्र बुलाया गया है। इसके बाद दिसंबर के बीच में विधानसभा का शीतकालीन सत्र होगा। इससे पहले फडणवीस अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर लेंगे। पिछली सरकार में कुल मंत्रियों की संख्या 28 थी। इस बार मंत्रियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है।
1999 में पहली बार विधानसभा में एंट्री, लगातार छह बार चुनाव जीत चुके देवेंद्र
तीसरी बार महाराष्ट्र की सत्ता संभालने वाले देवेन्द्र फडणवीस की 1999 में महाराष्ट्र विधानसभा में बतौर विधायक पहली बार एंट्री हुई थी। इसके बाद तो उन्होंने कभी मुड़ कर नहीं देखा। लगातार छह बार विधायक बन चुके हैं।
1999 और 2004 में फडणवीस नागपुर पश्चिम सीट से चुनाव जीते। परिसीमन के बाद जब नागपुर दक्षिण-पश्चिम विधानसभा सीट बनी तो फडणवीस ने यहां से चुनाव लड़ा और फिर विधायक बने। 2009 के बाद 2014 में भी देवेंद्र फडणवीस इसी सीट से भाजपा के उम्मीदवार बने और जीते भी।
इस जीत के बाद देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के 18वें मुख्यमंत्री बने। 2019 के महाराष्ट्र चुनाव में भी फडणवीस ने नागपुर दक्षिण-पश्चिम सीट से अपनी किस्मत आजमाई। इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के डॉ. आशीष देशमुख को 49,344 वोट से हराया। इस बार देवेंद्र ने कांग्रेस के प्रफुल्ल विनोद गुडाधे (पाटिल) को हराया और लगातार छठी बार विधायक बने।