ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बुनियादी ढांचे को मजबूत करने लिए लगातार हाईवे-एक्सप्रेसवे से लेकर सड़कों का चौड़ीकरण हो रहा है। साथ ही नए ब्रिज का निर्माण भी किया जा रहा है। यूपी में करीब 100 नए पुल का निर्माण होने वाला है। इससे सफर सुविधाजनक बनेगा और रोजगार-पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
कई जिलों में नए पुलों के निर्माण का मकसद शहरी और ग्रामीण इलाकों को जोड़ना है। इसी को लेकर यूपी में यह कवायद शुरू की गई है। इससे लोगों को बड़ा फायदा मिलेगा और रोजगार के रास्ते खुलेंगे।
प्रयागराज जिले में कुल 4 नए पुलों का निर्माण किया जाएगा। इससे यातायात भी सुगम होगा और लोगों को जाम की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा।
मड़ौका से करेलाबाग ब्रिज
मड़ौका से करेलाबाद तक नए ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। यह पुल 6 लेन का होगा जो यमुना नदी पर बनेगा। इस पुल की लंबाई करीब 1170 मीटर होगी। इसके निर्माण में अनुमानित लागत 479 करोड़ आएगी। यहां चार लेन वाहनों के लिए जबकि दो लेन पैदल यात्रियों के लिए होंगी। फरवरी 2025 में इसको मंजूरी मिल चुकी है और सर्वे का काम पूरा हो चुका है।
दारागंज-झूंसी ब्रिज
दारागंज से झूंसी मार्ग पर 2340 मीटर का ब्रिज बनेगा। यह पुल फोरलेन का होगा जिसको तैयार करने में करीब 844 करोड़ रुपये की लागत आएगी। कुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की आवाजाही आसान होगी।
सलोरी-हेतापट्टी पुल
इसके अलावा सलोरी से हेतापट्टी पर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। जिसकी लंबाई 3660 मीटर होगी। यह फोरलेन का होगा जिसको बनाने में करीब 966 करोड़ की लागत आएगी।































