ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। स्पेशलाइज्ड स्टील बनाने वाली गाजियाबाद की कंपनी गुडलक इंडिया लिमिटेड अब आर्टिलरी शेल यानी तोपखाना के गोले का बाहरी आवरण भी बनाएगी। इसके लिए कंपनी अपने डिफेंस ब्रांच में करीब 400 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बना रही है। इसके लिए उत्तर प्रदेश के सिकंदराबाद यूनिट में विस्तार की योजना है। गुडलक स्टील के सीईओ राम अग्रवाल का कहना है कि इस परियोजना को अगले 12 से 18 महीनों में धरातल पर ले आया जाएगा।
कंपनी को मिल चुका है लाइसेंस
भारत में कोई कंपनी डिफेंस सेक्टर में प्रोडक्शन तभी कर सकती है जबकि सरकार से इसके लिए लाइसेंस मिले। राम अग्रवाल ने बताया कि उन्हें इसके लिए लाइसेंस मिल चुका है। इसलिए कंपनी ने इसे निवेश से रक्षा क्षेत्र में अपनी क्षमताओं को मजबूत करने की रणनीति बनाई है। गुडलक इंडिया लिमिटेड का लक्ष्य उत्पादन क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि करना है।
कहां लगेगी परियोजना
उन्होंने बताया कि यह परियोजना यूपी के सिकंदराबाद स्थित कंपनी की रक्षा विनिर्माण इकाई, गुडलक डिफेंस एंड एरोस्पेस पर केंद्रित होगी। इस इकाई को आधुनिक बनाने और उत्पादन प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने के लिए इस निवेश का उपयोग किया जाएगा। कंपनी ने इस विस्तार के लिए 12 से 18 महीनों की समय-सीमा निर्धारित की है। इस विस्तार से न केवल कंपनी की उत्पादन क्षमता बढ़ेगी, बल्कि यह स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी पैदा कर सकता है। रक्षा उत्पादन में वृद्धि देश की रक्षा तैयारियों को भी मजबूत करती है।
क्या होगी क्षमता
राम अग्रवाल ने बताया कि अगले यूनिट में काम शुरू होने के बाद एक साल में डिफेंस यूनिट की निर्माण क्षमता को डेढ़ लाख आर्टिलरी शेल से बढ़ा कर चार लाख कर दिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि इस सिकंदराबाद के इस यूनिट का निर्माण 275 करोड़ रुपये के निवेश से हुआ है। इस समय प्लांट में ट्रायल रन हो रहा है। उम्मीद है कि अगले साल प्लांट में फुल फ्लेज्ड प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा।
ऑटो कंपोनेंट में कंपनी की अच्छी उपस्थिति
ऑटो कंपोनेंट मार्केट में गुडलक स्टील की अच्छी उपस्थिति है। इसके प्लांट में जितना ऑटो कंपोनेंट बनता है, उनमें से करीब 25 फीसदी का निर्यात कियाजाता है।
यह निर्यात अमेरिका और यूरोपीय यूनियन के देशों के साथ साथ पश्चिम एशियाई देशों में भी किया जाता है। कंपनी को पिछले साल इससे करीब 400 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिला था।































