ब्लिट्ज ब्यूरो
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पर्यावरण सुरक्षा में हरित ऊर्जा (ग्रीन एनर्जी) की भूमिका पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्बन उत्सर्जन के कारण जो जलवायु परिवर्तन हो रहा है उससे मानव सभ्यता तथा जीव मात्र के अस्तित्व पर संकट बढ़ता जा रहा है। सीएम योगी ने कहा कि इसलिए आवश्यकता इस बात की है कि हम इससे उत्पन्न संकट को ध्यान में रखते हुए कार्बन उत्सर्जन को नेट जीरो तक पहुंचाने के का अपना लक्ष्य तय करें।
गोरखपुर में प्रदेश के पहले और देश के दूसरे ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने ग्रीन हाइड्रोजन एनर्जी को भविष्य की ऊर्जा करार दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ऊर्जा के क्षेत्र में इससे दुनिया की तकदीर बदल जाएगी। टोरेंट समूह का यह ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट जिले के खानिमपुर में स्थित है। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से प्रत्यापित यह प्लांट प्रदूषण मुक्त ऊर्जा प्राप्ति की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। पर्यावरण की रक्षा और रोगों से बचाव में ग्रीन एनजी की बड़ी भूमिका होती है। मुख्यमंत्री ने बताया कि ग्रीन हाइड्रोजन जल से मिलेगा। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इसे घर घर रसोई गैस के रूप में पहुंचाया जाएगा। प्लांट में हर वर्ष 72 टन ग्रीन हाइड्रोजन बनेगा। इससे पांच सौ टन कार्बन उत्सर्जन कम होगा। दो प्रतिशत ग्रीन हाइड्रोजन कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (सीएनजी) और पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) में मिलाया जाएगा। इससे ईंन्धन की गुणवत्ता में वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जल संसाधन की पर्याप्त उपलब्धता से उत्तर प्रदेश बड़े पैमाने पर ग्रीन एनर्जी बनाने में सामर्थ्यवान है। खानिमपुर में ही 10 मीटर गहराई में जाएं तो पानी मिल जाता है।
उज्ज्वला योजना के माध्यम से 10 करोड़ परिवारों को निशुल्क रसोई गैस कनेक्शन इस मिशन का हिस्सा है। स्वतंत्रता दिवस पर भी पीएम ने उज्जवला योजना के अगले फेज के लिए बड़ी धनराशि को घोषणा की है। स्ट्रीट लाइट में पहले सामान्य बल्ब लगते थे जिससे अधिक कार्बन उत्सर्जन होता था। अब एलईडी स्ट्रीट लाइट से उर्जा की खपत और कार्बन उत्सर्जन भी कम हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास ऊर्जा के क्षेत्र में हाइड्रोपावर या थर्मलपावर है। प्रदेश सरकार ने 22 हजार मेगावाट रिनीवल एनर्जी स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। अब तक हम छह हजार मेगावाट तक पहुंचे हैं। रिनीवल एनर्जी के लिए किसी न किसी अन्य ऊर्जा की आवश्यकता होती है।