ब्लिट्ज ब्यूरो
गोरखपुर। गोरखपुर के लाल विशाल निषाद को आईपीएल टी20 के लिए किंग्स इलेवन पंजाब की टीम ने खरीदा है। उनको 30 लाख रुपये बेस प्राइस पर टीम में चुना गया है। विशाल एक बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। बेटे की सफलता से उत्साहित परिजनों का कहना है कि सब ईश्वर और विशाल की मेहनत और गुरुजनों की कोचिंग का फल है। पूरे गांव में खुशी की लहर है।
विशाल दाहिने हाथ के स्पिनर हैं। उन्हें अभी हाल ही में संपन्न हुई यूपी 20 लीग प्रतियोगिता में गोरखपुर लायंस के लिए चुना गया था। वहां उन्होंने बड़े-बड़े खिलाड़ियों के साथ खेलते हुए नितीश राणा जैसे खिलाड़ी का विकेट लिया था। विशाल अपनी अबूझ गेंदबाजी से चर्चा में आए और विशेषज्ञों की नजर में चढ़े थे। तभी से माना जा रहा था कि विशाल लंबी रेस का घोड़ा हैं, जिसे उन्होंने आईपीएल में सेलेक्ट होकर साबित भी कर दिया।
कोच दुर्गेश सिंह के संरक्षण में सीखे गुर
राप्ती नदी तट पर बसे गांव लहसड़ी के रहने वाले 21 वर्षीय विशाल के पिता उमेश निषाद राजगीर मिस्त्री हैं और मां गृहणी। उमेश का कहना है कि बेटा कभी-कभी मेरे साथ मजदूरी पर भी जाया करता था, लेकिन समय निकालकर वह क्रिकेट प्रैक्टिस के लिए भी जाता था। कोच दुर्गेश सिंह के संरक्षण में उसने क्रिकेट के गुण सीखे। आज बेटे की वजह से मेरा भी नाम रोशन हो रहा है। यह हम सभी के लिए बड़े गौरव की बात है, विशाल की उपलब्धि पर गांव वाले भी बेहद खुश हैं और मिठाइयां बांटकर खुशियां मना रहे हैं।
टीम इंडिया के लिए खेलने का सपना है: विशाल निषाद
मीडिया से विशेष बातचीत में विशाल निषाद ने बताया कि मेरा सपना था कि भारत के लिए खेलूं। हालांकि आईपीएल में चयन मेरी सफलता का पहला कदम है। इससे पहले यूपी लीग में चयन होने पर मुझे लगा था कि आगे कुछ और करना है। लीग के दौरान मेरा भुवनेश्वर कुमार, नितीश राणा, पीयूष चावला जैसे सीनियर खिलाड़ियों से संपर्क हुआ। इनसे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला। यूपी 20-20 लीग में मैंने अपनी टीम के लिए खेलते हुए तीन मैचों में 7 विकेट लिए थे, जिनमें नितीश राणा का भी प्रमुख विकेट था। अपनी सफलता का पूरा श्रेय अपने माता-पिता सहित अपने कोच और मेंटर को देना चाहूंगा। उनकी वजह से मैं यहां तक पहुंच पाया हूं।































