ब्लिट्ज ब्यूरो
मेरठ। मेरठ में कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण और व्यवस्थित बनाने के लिए प्रशासन ने इस बार हाईटेक तैयारियां की हैं। मेरठ रेंज में 5000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों से यात्रा मार्ग और प्रमुख मंदिरों की निगरानी की जाएगी। इनमें से केवल मेरठ जिले में ही 2000 कैमरे लगाए गए हैं, जिनमें करीब 400 आधुनिक आईपी कैमरे भी शामिल हैं। पुलिस बल के साथ-साथ अब ‘तीसरी आंख’ भी हर गतिविधि पर पैनी नजर रखेगी। वही जोन स्तर पर 15 हजार से ज्यादा कैमरे निगरानी में लगाए गए हैं।
मेरठ रेंज के डीआईजी कलानिधि नैथानी और कमिश्नर ऋषिकेश भास्कर यशोद ने विभिन्न कांवड़ मार्गों और मंदिरों का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया। डीआईजी नैथानी ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए एलआईयू और खुफिया एजेंसियों को भी पूरी तरह सक्रिय कर दिया गया है। विभिन्न राज्यों के प्रशासन से भी सतत संपर्क रखा जा रहा है, ताकि छोटी से छोटी घटना की सूचना तुरंत साझा की जा सके और समय रहते किसी भी स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सके। वहीं कई स्थानों पर फायर टैंकर भी खड़े किए जाएंगे।
कमियों को जल्द दूर करने के निर्देश
बागपत जिले के प्रसिद्ध पूरा महादेव मंदिर का निरीक्षण करते हुए डीआईजी ने वहां की व्यवस्थाओं में पाई गई कमियों को जल्द दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा मार्गों पर पुलिस के साथ-साथ तकनीकी निगरानी से भी स्थिति को काबू में रखने की पूरी कोशिश की जाएगी।
बाबा औघड़नाथ मंदिर में व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने पहुंचे मेरठ मंडल के कमिश्नर ऋषिकेश भास्कर यशोद ने कहा कि निरीक्षण के दौरान कई खामियां सामने आईं, जिनमें खासतौर पर पार्किंग और सफाई की स्थिति असंतोषजनक मिली। उन्होंने कैंटोनमेंट बोर्ड, नगर निगम और संबंधित विभागों को व्यवस्थाएं तुरंत सुधारने के निर्देश दिए हैं।





























