ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। जब खून में यूरिक एसिड 7एमजी/डीएल से ऊपर चला जाता है, तो यह जोड़ों में सूई जैसी क्रिस्टल बनाने लगता है। सबसे पहले इसका असर अंगूठे के जोड़ में दिखता है जहां सूजन, जलन और तेज दर्द वाली गाउट की तकलीफ शुरू होती है। यूरिक एसिड ज्यादा हो तो किडनी स्टोन बनने का खतरा भी बढ़ता है।
जुलाई-अगस्त में पकौड़े, बियर और कम पानी पीने की आदत इस खतरे को और बढ़ा देती है। अच्छी बात यह है कि कुछ आसान आदतें अपनाकर आप यूरिक एसिड का स्तर कम कर सकते हैं और गाउट की परेशानी को रोका जा सकता है।
1. हर दिन विटामिन-सी लें
500 एमजी विटामिन-सी लेने से यूरिक एसिड आधे तक घट सकता है। विटामिन-सी किडनी को यूरिक एसिड बाहर निकालने में मदद करता है। क्या खाएं: 1 आंवला, 1 अमरूद, दाल पर नींबू।
2. दूध-दही लें, प्रोटीन से बचें
दूध के प्रोटीन यूरिक एसिड को यूरिन के जरिए बाहर करते हैं। वहीं मटर या प्लांट प्रोटीन पाउडर यूरिक एसिड बढ़ाते हैं। हर रोज नाश्ते में 150 ग्राम दही या 1 गिलास दूध जरूर लें।
3. रोज फिल्टर कॉफी पिएं
दो कप फिल्टर कॉफी में मिलने वाला कैफीन (300 एमजी) उस एंजाइम को रोकता है, जो यूरिक एसिड बनाता है। अगर रात को कैफीन से नींद बिगड़ती है, तो छाछ में जीरा डालकर पिएं।
4. रात में ईसबगोल लें
दही जमाते समय एक चम्मच प्रोबायोटिक दही मिला दें। यह फाइबर बैक्टीरिया को खाना देता है और यूरिक एसिड को बांधता है। सोने से पहले 1 गिलास पानी में 1 चम्मच ईसबगोल डालकर पिएं।
5. पानी को सही समय पर पिएं
सुबह का यूरिन सबसे गाढ़ा होता है, जिसमें यूरिक एसिड क्रिस्टल बनने की संभावना ज्यादा होती है। इस खतरे को कम करने के लिए नियमित रूप से पानी पिएं।
पैटर्न : सुबह उठते ही 400 एमएल, दोपहर, शाम में 250 एमएल, रात में 100-150 एमएल।































