ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। महाराष्ट्र के एक गांव में बातचीत के दौरान गाली-गलौच करना आपको भारी पड़ सकता है। यहां पर गांववालों ने गालियों पर रोक लगाने का संकल्प लिया है। सौंदाला गांव के लोगों ने गाली देने वालों पर 500 रुपये का जुर्माना लगाने का फैसला किया है।
सरपंच शरद अरगडे ने बताया कि हमारा गांव सौंदाला, अहिल्यानगर की नेवासा तहसील में आता है। यहां आयोजित ग्रामसभा में सभी ग्रामवासियों ने मिलकर इस बारे में फैसला लिया। सरपंच ने बताया कि यह फैसला महिलाओं की गरिमा और आत्मसम्मान की रक्षा के लिए लिया गया है। हमें उम्मीद है कि ऐसे फैसले के बाद कोई ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं करेगा।
अरगडे ने अपनी बात पर जोर देते हुए कहा कि जो लोग ऐसी भाषा का उपयोग करते हैं वे भूल जाते हैं कि वे माताओं और बहनों के नाम पर जो कहते हैं, वह उनके अपने परिवार की महिला सदस्यों पर भी लागू होता है। हमने अपशब्दों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है और अभद्र शब्दों का इस्तेमाल करने वालों पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
अरगडे ने कहा कि हमारे गांव में पहले भी महिलाओं के आत्मसम्मान को ध्यान में रखते हुए सामाजिक रूढ़िवादी कुरीतियों के खिलाफ फैसले लिए हैं। उन्होंने कहा कि हम विधवाओं को सामाजिक और धार्मिक अनुष्ठानों तथा रीति-रिवाजों में शामिल करते हैं। इसके अलावा हमारे गांव में पति की मृत्यु के बाद महिलाओं का सिंदूर हटाना, मंगलसूत्र उतारना और चूड़ियां तोड़ना भी प्रतिबंधित है।