ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल टेक्नोलॉजी, बेंगलुरु (आईआईआईटी-बी) के स्टूडेंट को कैंपस प्लेसमेंट के दौरान इस बार रिकॉर्ड 1.45 करोड़ रुपये का वार्षिक सैलरी पैकेज मिला है। आईआईटी-बी के अनुसार, 25 साल के इतिहास में यह अब तक सबसे बड़ा सैलरी पैकेज है। यह पैकेज इंटीग्रेटेड एम.टेक के स्टूडेंट ने कैंपस प्लेसमेंट के दौरान हासिल किया।
दरअसल, आईआईआईटी बेंगलुरु में हाल ही में रजत जंयती दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया था, जहां अलग-अलग प्रोग्राम्स के कुल 372 स्टूडेंट्स को ग्रेजुएट डिग्री से सम्मानित किया गया। इस समारोह में इंटीग्रेटेड एम.टेक के स्टूडेंट को मिले 1.45 करोड़ रुपये के एनुअल पैकेज की जानकारी दी गई।
इस दीक्षांत समारोह में इंटीग्रेटेड एम.टेक कार्यक्रम से 142, एमटेक प्रोग्राम से 192, डिजिटल सोसाइटी में एमएससी से 12, रिसर्च द्वारा एमएससी से 10 और 16 ने पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। टॉप एकेडमिक परफॉर्मर्स को मैडल से से सम्मानित किया गया।
खास रहा प्लेसमेंट सीजन
इस साल का प्लेसमेंट सीजन काफी खास रहा है। 14 स्टूडेंट्स को ₹60 लाख से अधिक के वार्षिक पैकेज मिले, 67 स्टूडेंट्स को ₹40 लाख से अधिक के ऑफर मिले और 180 से अधिक स्टूडेंट्स को ₹20 लाख सालाना से अधिक के पैकेज मिले।
क्या है इंटीग्रेटेड एमटेक
इंटीग्रेटेड मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी एक एकीकृत डिग्री प्रोग्राम है जो आमतौर पर 5 वर्षों का होता है और इसमें स्नातक और स्नातकोत्तर की पढ़ाई एक साथ शामिल होती है। यह प्रोग्राम विशेष रूप से तकनीकी और इंजीनियरिंग फील्ड में गहन ज्ञान और विशेषज्ञता के लिए डिजाइन किया गया है।
आईआईटी-बी जैसे संस्थानों में यह प्रोग्राम मुख्य रूप से कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग या इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में पेश किया जाता है। यह उन छात्रों के लिए अच्छा ऑप्शन है जो टेक्नोलॉजी फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं।
मान्यता प्राप्त बोर्ड से साइंस स्ट्रीम में 12वीं स्टूडेंट्स इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। 12वीं क्लास में फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स सब्जेक्ट्स होने चाहिए। कुछ संस्थानों में 12वीं में कम से कम मार्क्स 60% होने चाहिए। गणित एक अनिवार्य विषय होता है, क्योंकि प्रोग्राम तकनीकी और गणितीय बेस्ड होता है। ज्यादातर संस्थान इस कोर्स में एडमिशन के लिए जेईई मेन या संस्थान के अपने एंट्रेंस एग्जाम को आधार मानते हैं। कुछ मामलों में, जेईई एडवांस्ड रैंक या अन्य राष्ट्रीय/राज्य-स्तरीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं के स्कोर भी स्वीकार किए जा सकते हैं।



























