ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। पीएम माेदी की नाइजीरिया यात्रा से भारत और सबसे अधिक आबादी वाले अफ्रीकी देश के बीच रक्षा संबंधों को मजबूती मिलने की पूरी उम्मीद है। मामले से जुड़े लोगों ने यह जानकारी दी। दोनों देशों की बीच रक्षा क्षेत्र में अहम भागीदारी की उम्मीद है। नाइजीरिया छोटे हथियार, गोलाबारूद और बख्तरबंद वाहनों जैसे क्षेत्रों में साझेदारी का इच्छुक है।
कई साल से नाइजीरिया को आर्मी ट्रेनिंग
मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि यह यात्रा इस वर्ष की शुरुआत में रक्षा उद्योग प्रतिनिधिमंडल की लागोस यात्रा के बाद हुई है। इसमें नाइजीरियाई राष्ट्रपति की भारत से हथियार खरीदने में रुचि के बाद व्यापार के अवसरों का पता लगाया गया था। नाइजीरिया के सैन्य नेतृत्व को दशकों से भारत में ट्रेनिंग दी गई है। हाल के वर्षों में दोनों पक्षों ने घनिष्ठ रक्षा संबंध बनाए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने नाइजीरिया रवाना होने से पहले एक बयान में कहा था कि राष्ट्रपति बोला अहमद के निमंत्रण पर, यह नाइजीरिया की मेरी पहली यात्रा होगी। नाइजीरिया पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्र में हमारा करीबी साझेदार है। पीएम मोदी ने कहा था कि मेरी यात्रा हमारी रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने का एक अवसर होगी जो लोकतंत्र और बहुलवाद में साझा विश्वास पर आधारित है।
भारत बन रहा प्रमुख डिफेंस सप्लायर
प्रधानमंत्री ने कहा था कि यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत मिस्र, अल्जीरिया, मोरक्क ो, तंजानिया और मोजाम्बिक को रक्षा आपूर्ति करने के साथ अफ्रीका के लिए एक प्रमुख डिफेंस सप्लायर के रूप में उभर रहा है। सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने नाइजीरिया को अपने स्वदेशी प्रचंड अटैक लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर की पेशकश की है।
एचएएल के अलावा नाइजीरिया गए इस विशाल प्रतिनिधिमंडल में सार्वजनिक क्षेत्र की अग्रणी रक्षा कंपनियां और निजी कंपनियां शामिल थीं। इनमें भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, भारत अर्थ मूवर्स, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स, गोवा शिपयार्ड, एडवांस्ड वेपन्स एंड इक्विपमेंट इंडिया, एलएंडटी, भारत फोर्ज और एमकेयू लिमिटेड शामिल थीं।
डिफेंस पार्टनरशिप बढ़ाने पर फोकस
दल ने नाइजीरिया के साथ साझेदारी के नए रास्ते तलाशने और रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। दोनों देशों ने अपने नौसैनिक सहयोग को मजबूत किया है, खासकर गिनी की खाड़ी में, जो अंतरराष्ट्रीय व्यापार मार्गों को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्र है। भारतीय नौसेना के जहाज सुमेधा समुद्री सुरक्षा बढ़ाने और समुद्री डकैती से निपटने के लिए अक्टूबर 2023 में लागोस में एक बंदरगाह पर भेजा गया। यात्रा के दौरान, दोनों समुद्री एजेंसियों के प्रतिनिधियों ने प्रशिक्षण गतिविधियों, पेशेवर बातचीत और अंतर-संचालन में सुधार के लिए योजना सम्मेलनों में भाग लिया।
दोनों देशों के बीच समुद्री सुरक्षा सहयोग
दोनों पक्षों के बीच नौसैनिक सहयोग में संयुक्त अभ्यास, सूचना साझाकरण और समुद्री साझेदारी अभ्यास शामिल हैं, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में समुद्री व्यापार मार्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
यह साझेदारी भारत और नाइजीरिया की समुद्री सुरक्षा बढ़ाने और एक-दूसरे की नौसैनिक क्षमताओं का समर्थन करने की साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, जैसा कि पहले उल्लेखित लोगों ने कहा है। भारतीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग कार्यक्रम के तहत सैन्य प्रशिक्षण आदान-प्रदान और सहयोगी पहल की बात चल रही है।
नाइजीरिया के राष्ट्रपति को कलश का उपहार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टिनुबू को एक सिलोफर पंचामृत कलश उपहार में दिया। अधिकारियों ने कहा कि यह कलश महाराष्ट्र के कोल्हापुर की परंपरागत कारीगरी का उत्कृष्ट नमूना है।