ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। अमेरिका के साथ मिनी ट्रेड एग्रिमेंट की कोशिशों के बीच इस महीने के अंत में पीएम नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रिमेंट (एफटीए) पर दस्तखत हो सकते हैं। 21 जुलाई से संसद का मॉनसून सत्र शुरू हो रहा है। सूत्रों ने बताया, ‘पीएम इस महीने के अंत में ब्रिटेन दौरे पर जा सकते हैं। उस दौरान संसद सत्र चल रहा होगा, लिहाजा सप्ताहांत में यात्रा का कार्यक्रम बनने की संभावना है।’
वाणिज्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इस दौरान कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल के भी ब्रिटेन में मौजूद रहने की संभावना है। गोयल की अगुवाई में ही इस समझौते को अंतिम रूप दिया गया था और करीब साढ़े तीन साल तक चली बातचीत के बाद 6 मई को भारत और ब्रिटेन ने एफटीए को फाइनल किया था। एफटीए लागू होने से भारत के करीब 99% निर्यात को जीरो ड्यूटी का फायदा मिलेगा। इससे इंजीनियरिंग गुड्स, ऑटो पार्ट्स, ऑर्गेनिक केमिकल्स, लेदर, फुटवियर, रत्न एवं जवाहरात और समुद्री उत्पादों जैसे सेक्टरों को लाभ होगा। अभी भारत से ब्रिटेन को टेक्सटाइल्स एक्सपोर्ट पर 10% ड्यूटी लगती है। इसमें कमी होने के साथ बांग्लादेश और वियतनाम जैसे प्रतिद्वंद्वियों से निपटने में भारतीय निर्यातकों को आसानी होगी।
समझौते से युवाओं को मिलेंगे अवसर
ब्रिटेन का फाइनेंशियल और प्रोफेशनल सर्विसेज सेक्टर काफी मजबूत है। भारतीयों के लिए अब वहां काम करने के लिए आने-जाने की सहूलियत बढ़ने से कुशल युवाओं के लिए अवसर बढ़ेंगे। एक बड़ी सहूलियत ब्रिटेन में अस्थायी तौर पर काम करने वाले भारतीयों और उनके नियोक्ताओं को मिलेगी।































