ब्लिट्ज ब्यूरो
कानपुर। भारत ने बांग्लादेश को कानपुर टेस्ट में सात विकेट से हराकर दो मैचों की टेस्ट सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली है। टीम इंडिया को 95 रन का लक्ष्य मिला था, जिसे रोहित एंड कंपनी ने तीन विकेट गंवाकर हासिल कर लिया। विराट कोहली 29 रन और ऋषभ पंत चार रन बनाकर नाबाद रहे। रोहित शर्मा आठ रन, शुभमन गिल छह रन और यशस्वी जायसवाल 51 रन बनाकर आउट हुए। विराट और यशस्वी के बीच तीसरे विकेट के लिए 58 रन की साझेदारी हुई।
गौरतलब है कि बांग्लादेश की टीम ने हाल ही में पाकिस्तान को उसके घर में ही टेस्ट श्रृंखला में रौंदा था लेकिन भारत आकर उसकी खुमारी देखते ही देखते उड़नछू हो गई।
बांग्लादेश की ओर से दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में मेहदी हसन मिराज ने दो विकेट लिए, जबकि तैजुल इस्लाम को एक विकेट मिला। यशस्वी ने अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्क ा लगाया।
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बांग्लादेश ने अपनी पहली पारी में 233 रन बनाए थे। जवाब में भारत ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी नौ विकेट पर 285 रन बनाकर घोषित कर दी थी। भारत को तब 52 रन की बढ़त मिली थी। दूसरी पारी में बांग्लादेश की टीम ने 146 रन बनाए और भारत के सामने 95 रन का लक्ष्य दिया था। टेस्ट में आधिकारिक तौर पर एक दिन में 90 ओवर फेंके जाते हैं।
बांग्लादेश ने अपनी पहली पारी में 74.2 ओवर, भारत ने अपनी पहली पारी में 34.4 ओवर, बांग्लादेश ने अपनी दूसरी पारी में 47 ओवर और भारत ने अपनी दूसरी पारी में 17.2 ओवर खेले। इन सभी को मिला दें तो लगभग 174 ओवर बनते हैं और यह दो दिन के कुल ओवरों (180) से भी कम है।
भारत ने साहसिक खेल दिखाया। पहले दिन 35 ओवर का ही खेल हो पाया था। बारिश ने मैच में खलल डाला और फिर दूसरे और तीसरे दिन का खेल बारिश से धुल गया था। चौथे दिन खेल शुरू हुआ और भारत ने बांग्लादेश को समेटने के बाद फिर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर टेस्ट में किसी टीम द्वारा सबसे तेज 50, 100, 150, 200 और 250 रन बनाने का रिकॉर्ड बना डाला। इसके बाद बांग्लादेश को दूसरी पारी में जल्दी समेटकर आसान लक्ष्य का पीछा किया।
यशस्वी जायसवाल ने दूसरे टेस्ट में बनाया कीर्तिमान
का नपुर। 22 साल के युवा और विस्फोटक ओपनर यशस्वी जायसवाल का बल्ला कानपुर टेस्ट में जमकर बोला। उन्होंने दोनों पारियों में तूफानी अर्धशतक ठोके और भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई। जायसवाल ने पहली पारी में 12 चौके और 2 छक्के की मदद से 51 गेंद में 72 रन बनाए। उनका स्ट्राइक रेट 141 का था। वहीं दूसरी पारी में जायसवाल ने 45 गेंदों में 51 रन की अर्धशतकीय पारी खेली। उन्होंने 113 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 8 चौके और 1 छक्क ा भी जड़ा। जायसवाल ने एक ऐसा रिकॉर्ड बना डाला है जो आज तक महान सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और रोहित शर्मा भी नहीं कर पाए। वह ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय बने। 2011 में वीरेंद्र सहवाग पहले भारतीय बने थे जिन्होंने टेस्ट मैच की दोनों पारियों में 50 या उससे ज्यादा का स्कोर 100 के स्ट्राइक रेट से बनाया था।































