ब्लिट्ज ब्यूरो
पेरिस। डोनाल्ड ट्रंप की विदेश नीति ने यूरोप के पैरों तले जमीन खिसका दी है। डोनाल्ड ट्रंप ने साफ साफ शब्दों में कहा है कि यूरोप अपनी सुरक्षा खुद करे जिसके बाद फ्रांस लगातार यूरोपीय देशों को बचाने के लिए प्लान बनाने में लगा है। फ्रांस ने अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने के लिए खजाना खोल दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अतिरिक्त राफेल फाइटर जेट खरीदने और फ्रांस के एक एयरबेस को एडवांस करने के लिए 1.5 बिलियन यूरो, यानि 1.6 अरब डॉलर का निवेश करने की घोषणा की है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति के इस कदम का मकसद देश की एयरफोर्स में स्क्वाड्रनों को अत्याधुनिक परमाणु मिसाइल टेक्नोलॉजी से एडवांस करना है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति की ये घोषणा ऐसे समय में आई है जब यूक्रेन युद्ध पर डोनाल्ड ट्रंप के फैसलों ने यूरोप को परेशान कर दिया है।
फ्रांस, जिसने अपनी विदेश नीति हमेशा से अमेरिकी प्रभाव से आजाद रखी है वो लगातार अपनी एयरफोर्स को किसी भी बाहरी खतरे से निपटने के लिए एडवांस कर रहा है। इसी के तहत एक एयरबेस को सुपर राफेल के ऑपरेशन के लिए एडवांस किया जाएगा। फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने पुष्टि की है कि सरकार न सिर्फ ज्यादा राफेल फाइटर जेट खरीदने के लिए ऑर्डर देने वाली है, बल्कि एक एयरबेस के आधुनिकीकरण के लिए लगभग 1.6 बिलियन डॉलर का निवेश भी करेगी।
राफेल में भारी-भरकम निवेश
की फ्रांस ने की घोषणा
एयरफोर्स के बेड़े के अपग्रेडेशन का मकसद अत्याधुनिक परमाणु मिसाइल टेक्नोलॉजी, खासकर नेक्स्ट जेनरेशन की एएस एएसएन4जी हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल से लड़ाकू विमानों को लैस करना है। इस एडवांस एयरबेस के साल 2035 तक चालू होने की उम्मीद है।