ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। मुंबई में 20 नवंबर को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए सभी कर्मचारियों को छुट्टी देना अनिवार्य होगा। यह आदेश मुंबई के जिला निर्वाचन अधिकारी और निगम आयुक्त भूषण गगरानी ने दिया है। इसका मकसद ज्यादा और बेहतर मतदान सुनिश्चित करना है। एक आधिकारिक प्रेस रिलीज में गगरानी ने कहा कि इसका पालन न करने वाले किसी भी वर्कप्लेस पर चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के तहत कार्रवाई की जाएगी।
मुंबई में मतदान प्रतिशत बढ़ाने की कोशिश
यह पहल मुंबई उपनगरीय और मुंबई शहर के जिलों में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कर्मचारी बिना किसी वित्तीय नुकसान के मतदान कर सकें। गगरानी ने इस बात पर जोर दिया है कि कॉर्पोरेट, औद्योगिक और अन्य प्रतिष्ठानों सहित वर्कप्लेस को यह मतदान अवकाश प्रदान करना चाहिए।
चुनाव दिवस के लिए छुट्टी नीति
निर्देश में कहा गया है कि ऐसे मामलों में जहां पूरे दिन की छुट्टी प्रदान करना चुनौतीपूर्ण है, प्रतिष्ठान न्यूनतम चार घंटे की छुट्टी दे सकते हैं। बशर्ते कि उन्हें जिला चुनाव अधिकारी से पूर्व अनुमोदन प्राप्त हो। यह लचीलापन नागरिकों के मतदान के अधिकार का समर्थन करते हुए आवश्यक कार्यों को समायोजित करने के लिए है।
कानून के तहत छूट
जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 135(बी) के तहत, उन कर्मचारियों के लिए छूट दी जाती है जिनकी उपस्थिति सार्वजनिक सुरक्षा या आवश्यक सेवाओं के संचालन के लिए महत्वपूर्ण है। इन दिशा-निर्देशों का मकसद चुनावों के दौरान नागरिक जिम्मेदारी और सार्वजनिक सुरक्षा आवश्यकताओं के बीच संतुलन बनाना है।