ब्लिट्ज ब्यूरो
वाशिंगटन। लेबनान के चरमपंथी समूह हिजबुल्ला संगठन के सरगना हसन नसरुल्ला के इजराइली हमले में मारे जाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि चार दशक के आतंक का खात्मा हो गया। इससे उन लोगों को न्याय मिला जो आतंक के लगातार शिकार हो रहे थे।
बाइडन ने बताया कि नसरुल्ला को निशाना उस संघर्ष के व्यापक परिप्रेक्ष्य में बनाया गया, जो सात अक्टूबर, 2023 को हमास द्वारा इजराइलियों के नरसंहार के साथ शुरू हुआ था। बाइडन ने एक बयान में कहा, ‘‘उस हमले के अगले दिन नसरुल्ला ने हमास के साथ हाथ मिलाने और इजराइल के खिलाफ ‘उत्तरी मोर्चा’ खोलने का दुर्भाग्यपूर्ण निर्णय लिया था। उन्होंने यह भी कहा कि नसरुल्ला के नेतृत्व में हिजबुल्ला हजारों अमेरिकियों की मौत के लिए जिम्मेदार हैं। 64 साल के नसरुल्ला ने 2006 में इजराइल के खिलाफ हिजबुल्ला के युद्ध का नेतृत्व किया था। उसी के नेतृत्व में समूह पड़ोसी देश सीरिया के क्रूर संघर्ष में शामिल हुआ था।
बेरूत में हुई मौत
बेरूत के दक्षिणी उपनगर हरेत हरेक पर इजराइली हवाई हमले में संगठन का सरगना मारा गया और जहां वह रह रहा था, हमले में वहां कई बहुमंजिला इमारतें ढह गईं। नसरुल्लाह ने 1992 में इजराइली मिसाइल हमले में अपने पूर्ववर्ती की मौत के बाद हिजबुल्ला की कमान संभाली थी और तीन दशक तक संगठन का नेतृत्व किया। उसके नेतृत्व संभालने के पांच साल बाद अमेरिका ने हिजबुल्ला को आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया था।
लेबनान में 700 से अधिक मौतें
लेबनान के विभिन्न हिस्सों में हजारों पेजर और वॉकी-टॉकी में धमाके कर मुख्य रूप से हिजबुल्ला के सदस्यों को निशाना बनाया गया, जिनमें 39 लोगों की मौत हो गयी थी और लगभग 3,000 लोग घायल हो गए थे। लेबनान ने इसके लिये इजराइल को दोषी ठहराया, लेकिन इजराइल ने न जिम्मेदारी ली न ही इसका खंडन किया। नसरुल्ला ने जवाबी कार्रवाई करने का संकल्प लिया था। लेबनान के अधिकारियों के मुताबिक लेबनान पर इजराइली हमलों में पांच दिनों में 700 से अधिक लोग मारे गए, जिनमें कम से कम 150 महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। नसरुल्ला ने धमकी दी थी कि उसकी ओर से बमबारी जारी रहेगी और इजराइली उत्तर में अपने घरों को तब तक वापस नहीं लौट सकेंगे जब तक कि गाजा में इजराइल का अभियान समाप्त नहीं हो जाता।































