ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 101वीं जयंती पर लखनऊ में बने ‘राष्ट्र प्रेरणा स्थल’ का उद्घाटन किया। 65 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैले राष्ट्र प्रेरणा स्थल में वाजपेयी के साथ ही डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 65 फीट की भव्य कांस्य मूर्तियां लगाई गई हैं जो भारत की राजनीतिक सोच, राष्ट्र निर्माण और सार्वजनिक जीवन में उनके महत्वपूर्ण योगदान का प्रतीक हैं।
मूर्तियों का निर्माण विश्व विख्यात मूर्तिकार राम सुतार और मातू राम आर्ट क्रिएशंस ने किया है। प्रेरणा स्थल को कमल की आकृति में बनाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस अवसर पर कहा कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर, काशी में विश्वनाथ धाम, दुनिया में यूपी की नई पहचान बना रहे हैं। हमारा उत्तर प्रदेश सुशासन, समृद्धि के साथ और बुलंदी हासिल करे, इस उद्देश्य से यह राष्ट्र प्रेरणा स्थल समर्पित किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आज लखनऊ की ये भूमि एक नई प्रेरणा की साक्षी बन रही है। इससे पहले मैं देश और दुनिया को क्रिसमस की शुमकामनाएं देता हूं। 25 दिसंबर का ये दिन देश की दो महान विभूतियों के जन्म का अद्भुत संयोग लेकर आता है।
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी और भारत रत्न मदन मोहन मालवीय इन दोनों महापुरुषों ने भारत की अस्मिता, एकता और गौरव की रक्षा की है और राष्ट्र निर्माण में अपनी अमिट छाप छोड़ी है।
आज 25 दिसंबर को ही महाराजा बिजली पासी जी की भी जन्मदिन है। महाराजा बिजली पासी ने वीरता, सुशासन और सामवेश की जो विरासत छोड़ी उसको हमारे पासी समाज ने गौरव के साथ आगे बढ़ाया। आज मैं अटल बिहारी वाजपेयी, मदन मोहन मालवीय और महाराजा बिजली पासी को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूं।
हम आत्मनिर्भर और विकसित भारत का वर्तमान स्वरूप देख रहे: योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से जब हम आत्मनिर्भर और विकसित भारत का वर्तमान स्वरूप देख रहे हैं तो कहीं न कहीं हमारी प्रेरणा के रूप में श्यामाप्रसाद मुखर्जी, पंडित दीन दयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी जी का वो मार्गदर्शन हमारे साथ रहता है।
राष्ट्र प्रेरणा स्थल की खासियतें
राष्ट्र नायकों को समर्पित गैलरियां उनके जीवन, विचारधारा और संघर्षों को जीवंत बनाती हैं। साथ ही राष्ट्र प्रेरणा स्थल परिसर में सिंथेटिक ट्रैक, मेडिटेशन सेंटर, विपश्यना केंद्र, योग केंद्र, हेलीपैड और कैफेटेरिया का भी निर्माण किया गया है।































