ब्लिट्ज ब्यूरो
कानपुर। उगाही की दहशत भरी चिट्ठी मिलने के बाद असम छोड़कर कानपुर आए अभिषेक अग्रवाल ने अगरबत्ती-धूपबत्ती उत्पादन का बड़ा काम खड़ा कर लिया है। आठ साल पहले जमे जमाए जनरल मर्चेंट के कारोबार को छोड़कर परिवार के साथ आए अभिषेक ने शुरुआत में कुछ उत्पादों की एजेंसी लेकर काम शुरू किया, लेकिन इसमें बहुत सफलता नहीं मिली।
इसके बाद उन्होंने शहर और बाजार को समझा। फिर से एफएमसीजी उत्पादों के साथ ही अगरबत्ती-धूपबत्ती की ट्रेडिंग शुरू की। इसमें उन्हें सफलता मिली।
2018-19 में शुरू किया कारोबार
2018-19 में उन्होंने खुद का अगरबत्ती, धूपबत्ती निर्माण का काम शुरू किया। उनकी कंपनी के बने उत्पाद बहुराष्ट्रीय कंपनी को बेहद पसंद आ गए। अब चकेरी में दो, बारादेवी की एक फैैक्ट्री में उत्पाद बनते हैं। एक और फैक्ट्री रूमा में खुलने वाली है।
150 लोगों को दे रहे रोजगार
अभिषेक अग्रवाल ने बताया कि सभी फैक्ट्री में करीब 150 लोगों को रोजगार दिया है। इसमें एक तिहाई से ज्यादा महिलाएं हैं। उनकी पहली इकाई है, जिस पर प्रदेश सरकार की एमएसएमई योजना 2022 में सबसे पहले सब्सिडी का प्रस्ताव पास पास हुआ था। अभिषेक का जन्म असम के छोटे से शहर धुबरी में हुआ था। पिता श्याम सुंदर अग्रवाल के साथ वहां काम करते थे।