ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। ग्रामीण खपत में वृद्धि से प्रेरित होकर, भारत ने चीन की तुलना में अधिक दोपहिया वाहन बेचे, क्योंकि देश में प्रवेश स्तर के दोपहिया वाहन निर्माताओं की पहले से ही देश के ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच है।
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (एसआईएएम) के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में चीन में 16.6 मिलियन यूनिट दोपहिया वाहन बेचे गए, जबकि कैलेंडर वर्ष 2023 में भारत में पंजीकृत कुल दोपहिया वाहन 17.10 मिलियन थे (कैलेंडर वर्ष 2023 के लिए वाहन डेटाबेस के अनुसार)।
उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी
उन्नत ऑटोमोटिव प्रौद्योगिकी (एएटी) उत्पादों के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने और ऑटोमोटिव विनिर्माण मूल्य श्रृंखला में निवेश आकर्षित करने के लिए 25,938 करोड़ रुपये के बजटीय परिव्यय के साथ ऑटोमोबाइल और ऑटो घटकों के लिए उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को सरकार द्वारा को मंजूरी दी गई थी।
केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में बताया कि 26 नवंबर तक इस योजना के तहत पांच दोपहिया मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) को मंजूरी दी गई है। एएटी दोपहिया वाहन भी इस योजना के तहत निर्धारित बिक्री मूल्य पर 13 प्रतिशत से 18 प्रतिशत तक प्रोत्साहन के पात्र हैं। उन्नत रसायन सेल (एसीसी) के विनिर्माण के लिए पीएलआई योजना को 12 मई, 2021 को 18,100 करोड़ रुपये के बजटीय परिव्यय के साथ मंजूरी दी गई थी। इस योजना में 50 गीगावॉट घंटे की संचयी एसीसी बैटरी विनिर्माण क्षमता स्थापित करने की परिकल्पना की गई है।
इलेक्टि्रक यात्री कार
भारत में इलेक्टि्रक यात्री कारों के विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए इस वर्ष 15 मार्च को भारत में इलेक्टि्रक यात्री कारों के विनिर्माण को बढ़ावा देने की योजना (एसपीएमईपीसीआई) अधिसूचित की गई थी।
इस योजना के तहत, अनुमोदित आवेदकों को देश में इलेक्टि्रक यात्री कार विनिर्माण सुविधाएं स्थापित करने की शर्त पर 5 वर्षों के लिए 15 प्रतिशत की कम सीमा शुल्क पर पूरी तरह से निर्मित इकाइयों का आयात करने की अनुमति दी जाएगी।
82 स्वीकृत आवेदक
केंद्रीय मंत्री ने कहा, 28 नवंबर तक पीएलआई-ऑटो योजना के तहत 82 स्वीकृत आवेदक हैं, जिनके पास पूरे भारत में कई विनिर्माण सुविधाएं और इंजीनियरिंग अनुसंधान और डिजाइन इकाइयां हैं।