ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर तैयार किए जा रहे डिजिटल लाउंज का काम तेजी से चल रहा है। जानकारी के अनुसार, दिसंबर अंत तक इसे शुरू कर दिया जाएगा। इसमें 2.71 करोड़ का टेंडर मई 2025 में फाइनल किया गया था। यह पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर किया जा रहा है। यह लाउंज 1712 स्क्वायर फीट में बनाया जा रहा है। पहली बार भारतीय रेलवे में ऐसा लाउंज बनाया जा रहा है।
यह फैसला इसलिए लिया गया है, ताकि यात्री आराम से अपने दफ्तर और कॉलेज का काम कर सकें। वर्तमान में स्टेशनों पर वेटिंग रूम में यात्री बैठ सकते हैं और ट्रेन का इंतजार कर सकते हैं। साथ ही एग्जिक्यूटिव लाउंज में ज्यादा पैसे देकर वे आराम कर सकते हैं। इस लाउंज से पश्चिम रेलवे का मुंबई डिवीजन हर साल करीब 50 लाख रुपये का राजस्व भी प्राप्त करेगा।
यह लाउंज एयरपोर्ट की ही तरह आधुनिक होंगे, जहां यात्री वाइब मैच कर सकेंगे। सभी प्रकार की सुविधाएं जिसमें चार्जिंग के लिए प्लग पॉइंट, वाईफाई, कैफ़े, कुर्सी, टेबल और सोफा भी लगाए जाएंगे। इससे काम करने में दिक्कत नहीं होगी।
लाउंज फैसिलिटी
इलेक्ट्रिसिटी, काम करने के लिए कुर्सी और टेबल वाईफाई, प्लग पॉइंट, कैफ़े
इन्हें होगा लाभ : वर्किंग प्रोफेशनल्स,स्टूडेंट्स फ्रीलांसर,वर्क फ्रॉम होम वाले यात्री, पायलट प्रोजेक्ट के लिए चिह्नित स्टेशन
मुंबई सेंट्रल (काम जारी)
बांद्रा टर्मिनस
बोरीवली
वड़ोदरा
अहमदाबाद अन्य प्रमुख स्टेशन
अधिकारी ने बताया, यह सुविधा सिर्फ यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए ही नहीं, बल्कि बाहरी लोगों के लिए भी उपलब्ध होगी। वर्क फ्रॉम होम करने वाले लोग भी अपना काम करने के लिए यहां आ सकते है। साथ ही कॉलेज के विद्यार्थी भी आकर अपना काम कर सकते है। इस परिसर में कुछ कैफे नुमा स्टोर भी शुरू किए जाएंगे, जिससे लोगों को खाने पीने की दिक्कत न हो। बता दें कि मुंबई में ऐसे कई वर्किंग प्रोफेशनल और फ्रीलांसर है, जो वर्क फ्रॉम होम करते हैं, लेकिन घर में कंफर्ट नहीं होने की वजह से वे पास के किसी होटल या कैफ़े में जाकर अपना काम करते हैं। इसलिए पश्चिम रेलवे का मानना है कि आने वाले समय में लोग उनके द्वारा स्थापित किए जाने वाले डिजिटल लाउंज का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस डिजिटल लाउंज से यात्रियों को काफी लाभ होगा। काम करना आसान हो जाएगा। खाने-पीने की भी व्यवस्था होगी।
– विनीत अभिषेक,सीपीआरओ, पश्चिम रेलवे































