आस्था भट्टाचार्य
भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को यहां 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी साथियों से मैं जब मिलता हूं तो जो प्यार मुझे मिलता है, उसे मैं भूल नहीं सकता। आपका स्नेह, आशीर्वाद हमेशा मेरे साथ रहता है। मैं आप सभी का व्यक्तिगत रूप से आभार प्रकट करना चाहता हूं क्योंकि आपकी वजह से ही मुझे दुनिया में गर्व से सिर ऊंचा रखने का मौका मिलता है।
उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्षों में मेरी दुनिया के अनेक नेताओं से मुलाकात हुई। हर नेता भारतीय प्रवासियों की बहुत प्रशंसा करता है। इसका एक बड़ा कारण सामाजिक मूल्य हैं जो आप सभी वहां के समाज को देते हैं। हम केवल लोकतंत्र की जननी नहीं है बल्कि लोकतंत्र हमारे जीवन का हिस्सा और जीवन पद्धति है। हमारा जीवन ही विविधता से चलता है।
प्रवासी भारतीय ईमानदारी से सेवा करते हैं
हम ईमानदारी से उस देश और समाज की सेवा करते हैं जहां हम रहते हैं। वहां के विकास और समृद्धि में योगदान देते हैं। इन सबके साथ ही हमारे दिल में भारत भी धड़कता रहता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में जिस स्तर पर काम हो रहे हैं, वे अभूतपूर्व है। 21वीं सदी का भारत जिस रफ्तार से आगे बढ़ रहा है, विकास के काम हो रहे हैं, वे अभूतपूर्व हैं।
विशेष ट्रेन तीन सप्ताह तक प्रवासियों को पर्यटन
और धार्मिक स्थलों का सफर कराएगी
प्रवासी भारतीयों के लिए विशेष रूप से तैयार ट्रेन प्रवासी भारतीय एक्सप्रेस को वर्चुअल तरीके से हरी झंडी दिखाकर पीएम ने रवाना किया। यह पर्यटक ट्रेन है जो देश के धार्मिक स्थलों से गुजरेगी। दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से रवाना होने वाली यह सेवा भारतीय प्रवासियों के लिए एक विशेष पर्यटक ट्रेन है जो तीन सप्ताह तक उन्हें भारत के कई पर्यटन और धार्मिक स्थलों का सफर कराएगी।
प्रवासी भारतीय दिवस का 18वां संस्करण आठ जनवरी से 10 जनवरी तक विदेश मंत्रालय और ओडिशा सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। सम्मेलन का विषय ‘विकसित भारत में प्रवासी भारतीयों का योगदान’ है।