ब्लिट्ज ब्यूरो
गोरखपुर। गोरखपुर में 6,000 एकड़ में ‘नया गोरखपुर’ नामक टाउनशिप विकसित की जा रही है। इसका उद्देश्य आधुनिक सुविधाओं के साथ निवासियों को बेहतर जीवनशैली देना और शहर के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है।
भविष्य और विकास
‘नया गोरखपुर’ परियोजना का लक्ष्य शहर को आधुनिक बनाना है। इसके तहत गुरुकुल सिटी विकसित होगी, बुनियादी ढांचा मजबूत होगा और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। यह योजना गोरखपुर के भविष्य का नया चेहरा बनाकर शहरवासियों के लिए बेहतर जीवन और अवसर उपलब्ध कराएगी।
भूमि अधिग्रहण की स्थिति
प्राधिकरण ने तीन राजस्व गांवों में अब तक 210.076 एकड़ भूमि समझौते के आधार पर अर्जित की है। ग्राम मानीराम, रहमतनगर और बालापार में भूमि खरीदने की प्रक्रिया जारी है। इसके अलावा, अनिवार्य अधिग्रहण की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है ताकि परियोजना के लिए आवश्यक भूमि जल्दी उपलब्ध हो सके।
अनिवार्य अधिग्रहण
गोरखपुर-कुशीनगर रोड पर चौरीचौरा तहसील क्षेत्र के माड़ापार में 151.261 हेक्टयर और सदर तहसील क्षेत्र के तकिया मेदनीपुर व कोनी में 251.819 हेक्टयर भूमि अनिवार्य अधिग्रहण के तहत ली जाएगी। यह प्रक्रिया किसानों के विरोध के बावजूद परियोजना के लिए अनिवार्य मानी गई है।
गुरुकुल टाउनशिप फेज-1
नए गोरखपुर में प्रस्तावित गुरुकुल टाउनशिप फेज-1 की तैयारी शुरू हो गई है। तलपट मानचित्र को बोर्ड से मंजूरी मिल चुकी है। प्राधिकरण ने लगभग 200 एकड़ भूमि पर कब्जा करने के लिए टीम गठित की है और सीमांकन हेतु जिला प्रशासन से लेखपाल एवं कानूनगो की सहायता ली जा रही है।
आवासीय योजना और विकास
मानीराम और रहमतनगर में 126.35 हेक्टेयर भूमि पर ग्रुप हाउसिंग, प्लाटेड डेवलपमेंट, ईडब्ल्यूएस एवं एलआईजी आवास, सर्विस अपार्टमेंट और अन्य आवासीय सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
सुविधाओं का समावेश
टाउनशिप में होटल, शॉपिंग मॉल, रिटेल कामर्शियल, शैक्षणिक संस्थान, प्रशिक्षण केंद्र, सिटी सिविक सेंटर, जलाशय, हरित क्षेत्र और सड़कें शामिल होंगी। यह योजना न केवल आवासीय जरूरतों को पूरा करेगी बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य और व्यवसायिक अवसर भी उपलब्ध कराएगी।






























