ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी विधानसभा में नॉनस्टॉप चर्चा के दौरान कहा कि किसी भी विद्यालय को बंद नहीं करेंगे। सरकार ने तय किया है कि इंटीग्रेटेड कैंपस बनने चाहिए बच्चों के लिए जहां पर वो प्री-प्राइमरी से सीनियर सेकेंडरी तक की शिक्षा प्राप्त कर सकें।
सीएम योगी ने कहा, ‘स्कूलों को लेकर दुष्प्रचार किया जा रहा है। सरकार पेयरिंग कर रही है। छात्र-शिक्षक अनुपात को ठीक कर रही है। मैं अटल आवासीय विद्यालय के उद्घाटन में गया था। विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आप अपने बच्चों को विदेशों में भेजते हैं पढ़ने के लिए। श्रमिकों के विद्यालयों को बंद करते थे। कोई सुविधा नहीं देते थे। आज श्रमिकों के बच्चों, निराश्रित बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय बना चुके हैं। इसके अलावा जो कैंपस हम बनाने जा रहे हैं, अभी सीएम अभ्युदय विद्यालय, पीएम श्री विद्यालय और सीएम कंपोजिट विद्यालय एक मॉडल बनने जा रहे हैं। कस्तूरबा विद्यालय को भी अपग्रेड किया जा रहा है जहां 12वीं तक गरीब बच्चियां उसी स्थान पर पढ़ेंगी। सरकार सारी सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। 29 हजार से अधिक जिन विद्यालय की ये बात कर रहे हैं, इन विद्यालयों को हमने स्वेच्छा से कहा कि जो विद्यालय चाहेंगे, जहां 50 से संख्या कम छात्र हैं और 1 किलोमीटर के दायरे में हैं उन विद्यालयों को इंटीग्रेटेड कर दिया जाए।’
सीएम योगी ने आगे कहा, ‘अगर छात्र संख्या कम है तो शिक्षक की संख्या बढ़ाई जाए। हमने कहा है कि 22 छात्रों पर एक शिक्षक जरूर हो। बाकी कहीं यह अनुपात कम है तो है तो मामला आयोग को भेजिए, हम आयोग के माध्यम से नई भर्ती करवाएंगे। ऐसा नहीं है कि स्कूल पेयरिंग सिर्फ यूपी में हो रहा है। हिमाचल प्रदेश में भी हुआ है। कांग्रेस ने हल्ला नहीं किया। कर्नाटक में हुआ कांग्रेस ने हल्ला नहीं किया, अन्य राज्यों में हुआ। यूपी में हम कर रहे हैं जिससे अच्छा कैंपस मिलेगा, छात्र-शिक्षक अनुपात ठीक होगा। शिक्षा की गुणवत्ता पर ध्यान देना चाहिए।’






























