ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। अगर आप नोएडा से लखनऊ की लंबी यात्रा से परेशान हैं, तो आपके लिए राहत की बड़ी खबर है। उत्तर प्रदेश सरकार अब एक ऐसा अत्याधुनिक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाने जा रही है, जिससे राजधानी लखनऊ तक की दूरी महज 3 से 4 घंटे में तय की जा सकेगी। अभी यह यात्रा 8 से 9 घंटे में पूरी होती है।
इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के जरिए न सिर्फ सफर तेज होगा, बल्कि सुविधाजनक और पूरी तरह बाधारहित भी होगा। परियोजना का डिजाइन एक्सेस-कंट्रोल्ड रखा गया है, जिससे रास्ते में कोई सिगनल या अवरोध नहीं आएगा। एक्सप्रेसवे के दोनों ओर स्मार्ट टोलिंग सिस्टम, सर्विस लेन, ओवरब्रिज और ट्रैफिक मैनेजमेंट सेंटर जैसे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किए जाएंगे। इससे राज्य को तो फायदा होगा ही; मगर यूपीवासियों को भी इससे खूब फायदा होने वाला है।
जानकारी के मुताबिक नोएडा से लखनऊ के बीच नया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे बनाने का एलान किया गया है। नोएडा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से गति, सुविधा और कनेक्टिविटी तीनों में जबरदस्त बदलाव आएगा। ये नया एक्सप्रेस-वे नोएडा के पास के क्षेत्र से शुरू होकर लखनऊ के आउटर तक पहुंचेगा।
इस प्रोजेक्ट से न सिर्फ आम यात्रियों को राहत मिलेगी, बल्कि दिल्ली-एनसीआर से लखनऊ के बीच बिजनेस ट्रैवल, लॉजिस्टिक्स और टूरिज्म को भी जबरदस्त बूस्ट मिलेगा। औद्योगिक क्षेत्रों और नई हाउसिंग स्कीमों को इस एक्सप्रेसवे से सीधा फायदा मिलेगा। रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स का कहना है कि जिन इलाकों से ये सड़क गुजरेगी, वहां की जमीनों की कीमतें जल्द आसमान छुएंगी।
यूपी वासियों को कैसे मिलेगा इससे लाभ?
इस ग्रीनफील्ड रोड प्रोजेक्ट में मल्टीपल एंट्री-एग्जिट पॉइंट होंगे, जिससे आसपास के ग्रामीण इलाकों को बाजारों और शहरों से बेहतर कनेक्शन मिलेगा। इससे कृषि उत्पादों को ट्रांसपोर्ट करना भी आसान हो जाएगा और लोकल मंडियों से सीधा व्यापार बढ़ेगा। गांवों में भी सड़क के किनारे छोटे व्यवसायों को बढ़ावा मिलेगा।
कब तक बनकर तैयार होगा ये एक्सप्रेस-वे?
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इस एक्सप्रेस-वे पर लगभग ₹45,000 करोड़ की लागत आने वाली है और इसका काम 2026 तक पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा गया है। भूमि अधिग्रहण का काम तेजी से चल रहा है और जल्द ही निर्माण शुरू हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट को नेशनल हाईवे अथॉरिटी और यूपी एक्सप्रेस-वे डेवलपमेंट अथॉरिटी मिलकर संभाल रहे हैं।