ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में वाहन चालकों को अब वॉट्सएप के जरिये भी चालान मिला करेंगे। परिवहन विभाग ने चालान वसूली के लिए एक नई व्यवस्था शुरू कर दी है। इस व्यवस्था से चालान भुगतान में आसानी होगी और समय पर जानकारी मिल सकेगी। पहले चरण में 14 लाख से अधिक लोगों को वॉट्सएप पर संदेश भेजे जाएंगे। ऐसा करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है।
परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने बताया कि ई-चालान की जानकारी समय पर न मिलने और पोर्टल पर जाकर भुगतान करने जैसी कई समस्याएं सामने आ रही थीं। इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखते हुए विभाग ने यह नई व्यवस्था शुरू की है।
अभी जनवरी 2024 से जुलाई 2025 तक के ई-चालान वॉट्सऐप से भेजे जा रहे हैं। दूसरे चरण में वर्ष 2022 और 2023 के लंबित ई-चालानों की सूचना भी इसी चैटबॉट से भेजी जाएगी।
विभाग का वॉट्सऐप नंबर
परिवहन विभाग का सत्यापित वॉट्सएप चैटबॉट चालान ब्योरे के साथ आधिकारिक लिंक भेजेगा। इसमें लोग बिना दलाल के एक क्लिक में पोर्टल पर जाकर भुगतान कर सकेंगे। विभाग क्यूआर कोड/यूपीआई/खाते के माध्यम से भुगतान नहीं लेता है। परिवहन आयुक्त के मुताबिक, भुगतान केवल सरकारी पोर्टल पर ही मान्य है।
विभाग का वॉट्सएप नंबर 8005441222 है। यह ब्लू टिक सत्यापित है। केवल parivahan.gov.in डोमेन पर ही भुगतान करें। किसी भी क्यूआर, यूपीआई अथवा बैंक खाते में चालान राशि न भेजें।
एआरटीओ काउंटर से भी कर सकते हैं भुगतान
आधिकारिक लिंक पर क्लिक कर echallan.parivahan.gov.in/index/accused-challan पर जाएं। यहां से ही भुगतान करना होगा। संबंधित एआरटीओ कार्यालय के काउंटर पर भी भुगतान किया जा सकता है। अगर मैसेज से सूचना नहीं मिली है तो विभागीय पोर्टल पर चालान संख्या/वाहन संख्या डालकर भुगतान राशि पता की जा सकती है। इस नई व्यवस्था से वाहन मालिकों को चालान भरने में सुविधा होगी और वे समय पर भुगतान कर सकेंगे।
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