ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। जल्द ही कर्जत-पनवेल के बीच की यात्रा का समय कम हो जाएगा, क्योंकि इस रेल कॉरिडोर का काम अपने आखिरी चरण में चल रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, इस कॉरिडोर का काम 80% पूरा हो गया है और इसे मार्च 2026 तक इस लाइन का काम पूरा कर दिया जाएगा, जिसके बाद सीआरएमसी की जांच होगी और फिर उसके बाद मध्य रेलवे नया टाइम टेबल तैयार करके इस लाइन को शुरू करेगा। उम्मीद लगाई जा सकती है कि यह लाइन 2026 के दूसरे 6 महीने में शुरू हो सकती है। यह लाइन पनवेल और कर्जत के बीच 29.6 किमी लंबी है, जो आने वाले समय में लोगों की यात्रा को सुखद बनाएगी, जिसके लिए 2,782 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे है।
अधिकारी ने बताया कि इस कॉरिडोर से यात्रियों का करीब 30 मिनट तक समय बचेगा। उम्मीद जताई जा रही है कि यह प्रोजेक्ट जनवरी 2026 के आखिरी तक पूरा हो जाएगा। फिलहाल पनवेल, चिखले, मोहोपे, चौक और क़र्जत स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं एवं ऑपरेशनल बिल्डिंग लगभग पूर्णता के चरण में हैं। 3 टनल का निर्माण पूरा हो गया है। कॉरिडोर के फ्लाईओवर के लिए अधिकांश गर्डर लॉन्च हो गया है। मोहपे स्टेशन पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का काम भी सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।
ब्लॉक से हुई परेशानी
शनिवार-रविवार को बेलापुर-पनवेल के बीच ब्लॉक में काम निर्धारित समय पर नहीं पूरा हुआ। ब्लॉक रविवार की सुबह खत्म होना था, लेकिन शाम को खत्म हुआ। इससे यात्री परेशान रहे। मध्य रेलवे ने बेलापुर-पनवेल और पनवेल-बेलापुर के लिए एनएमएमटी से बस चलाने के लिए कहा।
पनवेल-कर्जत उपनगरीय रेल कॉरिडोर क्षेत्र को एक नया और तेज वैकल्पिक मार्ग प्रदान करेगा, जिससे कर्जत तक की यात्रा मौजूदा कल्याण मार्ग की तुलना मे कम समय में पूरी हो सकेगी।
– विलास वाडेकर, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, एमआरवीसी































