ब्लिट्ज ब्यूरो
ग्रेटर नोएडा। जेवर में बन रहे नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के उद्घाटन को लेकर अनिश्चितता दूर हो गई है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री बुधवार को यात्री सेवा दिवस कार्यक्रम के लिए गाजियाबाद के हिंडन हवाई अड्डे पर पहुंचे।
नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने घोषणा की कि नोएडा हवाई अड्डे के उद्घाटन की तिथि 30 अक्टूबर तय की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक भव्य समारोह में देश के सबसे बड़े हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। जनसभा में गौतमबुद्ध नगर और आसपास के जिलों के साथ-साथ सीमावर्ती राज्यों, दिल्ली और हरियाणा से एक लाख से ज्यादा लोग शामिल होंगे। उद्घाटन के 45 दिनों के भीतर उड़ानें शुरू हो जाएंगी। शुरुआत में देश भर के दस शहरों के लिए हवाई सेवा उपलब्ध होगी।
पुलिस, प्रशासन और यीडा के अधिकारियों ने हवाई अड्डे के उद्घाटन समारोह की तैयारियां शुरू कर दी हैं। अधिकारियों ने हवाई अड्डा परिसर में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में भाग लिया।
जेवर में हवाई अड्डे के निर्माण की घोषणा 2002 में तत्कालीन बसपा सरकार के दौरान की गई थी, लेकिन 2014 तक इस पर कोई काम नहीं हुआ। 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता संभालने के बाद हवाई अड्डे का काम फिर से शुरू हुआ। स्थानीय सांसद डॉ. महेश शर्मा केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री बने। उन्होंने हवाई अड्डे के निर्माण की शुरुआत में अहम भूमिका निभाई।
25 नवंबर, 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेवर हवाई अड्डे की आधारशिला रखी। विकासकर्ता, ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी, को हवाई अड्डे का निर्माण 1,095 दिनों में पूरा करना था। लगभग एक साल की देरी के बाद, अब हवाई अड्डा उद्घाटन के लिए तैयार है।
अक्टूबर तक पूरा होगा टर्मिनल का काम
हवाई अड्डे पर रनवे, एटीसी, एप्रन, लाइटिंग और सिविल कार्य लगभग पूरे हो चुके हैं। टर्मिनल भवन की सजावट का काम अभी भी अधूरा है। इसके अक्टूबर में पूरा होने का दावा किया जा रहा है।
50 लाख की वार्षिक यात्री क्षमता से शुरुआत
यह हवाई अड्डा शुरुआत में सालाना 50 लाख यात्रियों को संभाल सकेगा। हवाई अड्डे को एक रनवे से 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने के लिए डिजाइन किया गया है। 80 प्रतिशत यात्री क्षमता पूरी होने के बाद, दूसरे रनवे और टर्मिनल भवन का निर्माण शुरू हो जाएगा।
शुरुआती उड़ानें
शुरुआत में, देश के दस प्रमुख शहरों के लिए उड़ानें उपलब्ध होंगी। इनमें चंडीगढ़, हैदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, मुंबई, लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर, अहमदाबाद, जयपुर आदि शामिल हैं।
दस एयरोब्रिज
हवाई यात्रियों के लिए हवाई अड्डे पर दस एयरोब्रिज उपलब्ध कराए गए हैं। यात्री एक बार में दस विमानों में चढ़ या उतर सकते हैं। इससे यात्रा का समय बचेगा। घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिए अलग-अलग द्वार भी बनाए गए हैं।
संपर्क रहित, निर्बाध डिजीयात्रा
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यात्रियों को आधुनिक सुविधाओं का आनंद मिलेगा। चेहरे की पहचान तकनीक और क्यूआर कोड संपर्क रहित डिजीयात्रा को संभव बनाएंगे। इससे समय की बचत होगी।
अत्याधुनिक एटीआरएस मशीन से होगी जांच
यात्रियों की सुरक्षा के लिए, हाथ और केबिन सामान की जांच अत्याधुनिक (एटीआरएस) स्वचालित ट्रे रिट्रीवल सिस्टम का उपयोग करके की जाएगी। यह मानक मशीनों की तुलना में तेज प्रक्रिया सुनिश्चित करता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि हवाई अड्डे पर आने और जाने वाले यात्रियों को उनका सामान काफी कम समय में मिल जाए।
सपने से हकीकत तक
– •जुलाई 2017 में स्थल स्वीकृति मिली
– •मई 2018 में केंद्र सरकार से सैद्धांतिक मंज़ूरी मिली
– •दो वर्षों में 1334 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण और केंद्रीय मंत्रालयों व विभागों से कोई आपत्ति नहीं
– •वैश्विक निविदा के माध्यम से विकासकर्ता ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी का चयन
– •7 अक्टूबर, 2020 को राज्य सरकार और ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी के बीच रियायत समझौता
– •1 मार्च, 2021 को राज्य सरकार और ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी के बीच राज्य सहायता समझौता
– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 नवंबर, 2021 को हवाई अड्डे की आधारशिला रखी
– •इंडिगो की सत्यापन उड़ान 9 दिसंबर, 2024 को रनवे पर उतरी
– उद्घाटन के 45 दिनों के भीतर उड़ानें शुरू हो जाएंगी
– हवाई अड्डे पर मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं और बेहतर कनेक्टिविटी
– जनसभा भी होगी, एक लाख लोगों के आने की संभावना