ब्लिट्ज ब्यूरो
लखनऊ। गुड़गांव स्थित टीटीएल इंजीनियरिंग कंपनी के रोड विशेषज्ञ लखनऊ-हरदोई हाईवे का सेफ्टी ऑडिट करेंगे। इस दौरान सफर की सुरक्षा को लेकर यदि कोई कमी मिलती है तो उसे सुधारा जाएगा। एनएचआई ने काकोरी में बेहता नाला के पास हुई रोडवेज बस दुर्घटना के बाद यह निर्णय लिया है। दुर्घटना में पांच की मौत हो गई थी और 19 लोग घायल हो गए थे। सेफ्टी ऑडिट के लिए एनएचआई ने टीटीएल इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड को नामित किया है। सेफ्टी ऑडिट के दौरान कंपनी के रोड विशेषज्ञ देखेंगे कि जहां बस दुर्घटना हुई है, वहां सड़क की बनावट में कोई दोष तो नहीं है।
बेहता नाला पुल के पास मोड़ के पास बनी सड़क और डिवाइडर के कारण तो यह समस्या नहीं आई है। इसके अलावा इस हाइवे पर अन्य स्थानों को भी विशेषज्ञ देखेंगे। इस दौरान निर्माण को लेकर कोई दोष नजर आता है तो उसकी रिपोर्ट बनाकर एनएचआई को सौंपेंगे।
रिपोर्ट के आधार पर वाहनों की सुरक्षित आवाजाही के लिए निर्माणदायी संस्था से एनएचआई सुधार कार्य करवाएगी। आरपी इंफ्रास्ट्रक्चर करा रही है निर्माण लखनऊ-हरदोई हाइवे का निर्माण कार्य एनएचआई ने आरपी इंफ्रास्ट्रक्चर को दिया है। बस दुर्घटना के बाद एनएचआई ने निर्माणदायी संस्था पर दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। साथ ही संबंधित इंजीनियर पर 50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना एनएचआई, लखनऊ कार्यालय की ओर से लगाया गया है। कोट- किसी भी हाइवे का निर्माण कार्य पूरा होने पर उसका सेफ्टी मेजर ऑडिट किया जाता है। यह भी देखा जाता है कि निर्माण के कारण पर्यावरण को तो क्षति नहीं पहुंच रही है। ऑडिट के दौरान यदि कोई कमी मिलती है तो उसे दूर किया जाता है।
सुधार की बात
हरदोई हाइवे पर सेफ्टी ऑडिट कराया जाएगा। ऑडिट रिपोर्ट में यदि किसी सुधार की बात कही जाती है तो उसे सुधारा जाएगा।
-कर्नल शरद सिंह, पीडी, एनएचआई, लखनऊ