ब्लिट्ज ब्यूरो
कानपुर। लखनऊ और कानपुर के बीच प्रस्तावित रैपिड रेल परियोजना अब और तेजी से आगे बढ़ेगी। शासन ने इसकी नियमित निगरानी के लिए 13 अफसरों की एक कमेटी गठित कर दी है। यह रैपिड रेल दोनों शहरों के मेट्रो स्टेशनों से सीधे जुड़ेगी। 40 मिनट में लखनऊ के अमौसी मेट्रो स्टेशन से कानपुर के नयागंज मेट्रो स्टेशन तक का सफर तय किया जा सकेगा। दोनों स्टेशनों के बीच 67 किमी लम्बा नमो कॉरिडोर बनाया जाएगा।
प्रमुख सचिव (आवास) 13 अफसरों की कमेटी के अध्यक्ष होंगे। नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ने बीते माह एलडीए से एनओसी मांगी थी, जो उसे भेज दी गई थी। साथ ही शासन स्तर पर हाई पावर कमेटी बनी है। अब परियोजना में इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि रैपिड रेल से यात्रा के लिए लोगों को मेट्रो के अलावा दूसरे साधन कम से कम इस्तेमाल करने पड़ें। कोशिश होगी कि लोग नजदीकी मेट्रो स्टेशन से रैपिड रेल स्टेशन पहुंच जाएं और वहां से आवागमन कर सकें। आवास सचिव डॉ. बलकार सिंह ने इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है। जल्दी ही निगरानी कमेटी की बैठक होगी। शासन ने स्पष्ट कहा है कि कमेटी को नियमित मॉनीटरिंग कर अपनी रिपोर्ट शासन को भी भेजनी होगी।































