ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। सीबीएसई ने ‘डमी स्कूलों’ को डिसएफिलिएट (मान्यता रद) करना शुरू किया है। वहीं नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (एनसीटीई ) ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 2224 टीचिंग संस्थानों की मान्यता रद कर दी है। कुछ और संस्थानों की मान्यता रद करने की प्रक्रिया चल रही है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि कुल मिलाकर 2700 से 3000 टीचिंग संस्थानों की मान्यता रद हो सकती है।
किन संस्थानों पर हुआ एक्शन
परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट (पीएआर्ज) दाखिल करने के लिए चार महीने से ज्यादा का समय, बार-बार ईमेल, कारण बताओ नोटिस देने के बाद भी जिन संस्थानों ने कोई जवाब नहीं दिया, तो एनसीटीई को यह कार्रवाई करनी पड़ी है। तकनीकी शिक्षा के लिए रेगुलेटरी बॉडी एआईसीटीई ने भी करीब दस साल पहले नियम-कायदों की धज्जियां उड़ाने वाले कॉलेजों की मान्यता रद की थी।
कैसे घेरे में आए संस्थान
नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 (एनईपी) के लागू होने के बाद नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन ने टीचिंग संस्थानों की गुणवत्ता की परख करनी शुरू की। तो करीब तीन हजार संस्थान शक के घेरे में आए। उन संस्थानों को बार-बार ईमेल करके 2021-22 और 2022-23 की परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट मांगी गई, लेकिन जवाब नहीं मिला। अब एनसीटीई ने हायर अथॉरिटी की राय के बाद अब तक का सबसे कड़ा फैसला लेते हुए 2224 टीचिंग संस्थानों की मान्यता रद कर दी है।
एनसीटीई के इतिहास में आज तक ऐसा नहीं हुआ है कि इतनी बड़ी संख्या में एक साथ टीचिंग संस्थानों की मान्यता रद की गई हो। डमी टीचिंग संस्थानों, डमी टीचर्स और स्टूडेंट्स की पड़ताल करने के लिए परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट का फॉर्मूला लागू किया और इसका अब बड़ा असर सामने आया है। जिन संस्थानों की मान्यता रद हो रही है, उनमें से ज्यादातर इन्हीं कुछ कैटिगरी में आते हैं। कुछ ऐसे संस्थानों के बारे में शिकायतें मिली थीं कि छात्रों का बस रजिस्ट्रेशन तो होता है, लेकिन न तो कोई इंफ्रास्ट्रक्चर और न ही पढ़ाने वाले होते हैं।
एनसीटीई की वेबसाइट होगी अपडेट
देश में जिन-जिन टीचिंग संस्थानों की मान्यता रद हो रही है, जो संस्थान मान्यता प्राप्त हैं, उन सबकी डिटेल एनसीटीई की वेबसाइट पर अपलोड की जा रही है। अभी तक जिन संस्थानों की मान्यता रद करने का आदेश जारी हो चुका है, उनमें-
इतने संस्थानों की मान्यता रद हुई
– साउथ रीजन- 872 टीचिंग संस्थान
– वेस्ट रीजन- 686 संस्थान
– नॉर्थ रीजन- 637 संस्थान
– ईस्ट रीजन- 29 संस्थान
एनसीटीई के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि वेबसाइट पर छात्रों व अभिभावकों के लिए सभी जरूरी जानकारी होगी। एडमिशन सीजन चल रहा है और छात्रों को वेबसाइट पर टीचिंग संस्थान के बारे में आसानी से जानकारी मिल जाएगी। कहीं ऐसा न हो कि छात्र ऐसे संस्थान में एडमिशन ले लें, जो कागजों पर ही चल रहा है, जिसकी मान्यता रद हो चुकी है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशें
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के पैरा 15.2 और 15.3 में जस्टिस जे एस वर्मा कमीशन की सिफारिशों का जिक्र करते हुए कहा गया है कि स्टैंड अलोन टीचिंग संस्थानों में बहुत सारे टीचर एजुकेशन को लेकर गंभीर ही नहीं है। टीचिंग संस्थानों की रेगुलेटरी बॉडी की यह जिम्मेदारी है कि देश में टीचर एजुकेशन सिस्टम उच्च स्तर का हो। मौजूदा टीचिंग संस्थानों के सिस्टम में हो रही गड़बड़ियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने ही होंगे। शिक्षा नीति की सिफारिशों के आधार पर एनसीटीई ने सभी संस्थानों से 2021-22 और 2022-23 की परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट मांगी। रिपोर्ट का विश्लेषण करने के लिए उच्च स्तरीय कमिटी भी बनाई। ‘टीचर एजुकेशन देश के एजुकेशन सिस्टम की रीढ़ होती है और जो टीचिंग संस्थान एक तरह से डिग्री को बेच रहे हैं, कोई इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है, बस कागजों पर एडमिशन होते हैं, क्लासेज नहीं होती, उनके खिलाफ कार्रवाई करनी ही होगी।’































