ब्लिट्ज ब्यूरो
मुंबई। रिलायंस जियो भारतीय इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जियो अपनी सिर्फ 5% हिस्सेदारी भी बेचती है, तो ये करीब 58,000 से 67,500 करोड़ रुपए तक फंड जुटा सकती है।
भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम ऑपरेटर रिलायंस जियो का आईपीओ अगले साल जून तक आएगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और एमडी मुकेश अंबानी ने 48वीं एनुअल जनरल मीटिंग (एजीएम) में इसका एलान किया था। यह आईपीओ ग्लोबल स्तर पर शेयरहोल्डर्स के लिए वैल्यू अनलॉक करेगा।
इस इश्यू की लिस्टिंग से कंपनी की वैल्यूएशन करीब 154 बिलियन डॉलर यानी लगभग 13.5 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच सकती है। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स ने लिस्टिंग पर जियो की वैल्यू 154 बिलियन डॉलर तक होने का अनुमान लगाया है। वहीं जेफरीज ने 146 बिलियन डॉलर, मैक्वायरी ने 123 बिलियन डॉलर और एमके ने 121 बिलियन डॉलर का अनुमान लगाया है। यानी जियो की वैल्यूएशन 11.2 लाख करोड़ से 12.19 लाख करोड़ रुपए के बीच हो सकती है। ये आंकड़ा जियो की कॉम्पिटिटर कंपनी भारती एयरटेल की मौजूदा मार्केट वैल्यू (10.77 लाख करोड़ रुपए) से भी ज्यादा है।
जियो के 50 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स
मुकेश अंबानी ने कहा कि जियो न सिर्फ भारत में, बल्कि दुनियाभर में अपनी टेक्नोलॉजी का विस्तार करेगी। जियो के पास पहले से ही 50 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं, जो इसे चाइना मोबाइल के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टेलीकॉम ऑपरेटर बनाता है। जियो का आईपीओ अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ सकता है। इससे पहले हुंडई मोटर इंडिया का 27,870 करोड़ रुपए का आईपीओ भारत का सबसे बड़ा आईपीओ था। उससे पहले एलआईसी (21,000 करोड़ रुपए, मई 2022), पेटीएम (18,300 करोड़ रुपए, नवंबर 2021) और कोल इंडिया (15,199 करोड़ रुपए, अक्टूबर 2010) जैसे बड़े आईपीओ आए थे।
जून तिमाही में 7,110 करोड़ का मुनाफा कमाया
जियो प्लेटफॉर्म्स में टेलीकॉम के साथ-साथ डिजिटल बिजनेस भी शामिल हैं। इसकी 66.3% हिस्सेदारी रिलायंस इंडस्ट्रीज के पास है। बाकी हिस्सा मेटा (10%), गूगल (7.7%) और कुछ प्राइवेट इक्विटी निवेशकों (16%) के पास है। जियो की फाइनेंशियल ग्रोथ भी शानदार रही है।
जून 2025 की तिमाही में जियो प्लेटफॉर्म्स ने 7,110 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया, जो पिछले साल से 25% ज्यादा है। कंपनी की कुल आय 19% बढ़कर 41,054 करोड़ रुपए और ईबीआईटीडीए 23.9% बढ़कर 18,135 करोड़ रुपए रहा। ज्यादा कस्टमर्स और प्रति यूजर बेहतर कमाई की वजह से जियो के मार्जिन में भी सुधार हुआ है।