ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री और अमीर शेख मेशाल के बीच बातचीत भारत-कुवैत संबंधों को ‘‘नयी ऊंचाइयों” पर ले जाने के तरीके तलाशने पर केंद्रित रही। अपनी चर्चाओं में, मोदी और कुवैती अमीर ने दोनों देशों के बीच मजबूत ऐतिहासिक एवं मैत्रीपूर्ण संबंधों को याद किया। द्विपक्षीय सहयोग को और अधिक विस्तारित एवं गहरा करने के लिए अपनी पूर्ण प्रतिबद्धता की पुष्टि की।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कुवैत में भारतीय समुदाय के दस लाख से अधिक लोगों की कुशलक्षेम सुनिश्चित करने के लिए अमीर को धन्यवाद दिया। मंत्रालय ने कहा कि मोदी ने कुवैत द्वारा उसके ‘विजन 2035′ को पूरा करने के लिए की जा रही नयी पहल की सराहना की और इस महीने की शुरुआत में खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के लिए अमीर को बधाई दी।
जीसीसी एक प्रभावशाली समूह है जिसमें संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, सऊदी अरब, ओमान, कतर और कुवैत शामिल हैं। वित्त वर्ष 2022-23 में जीसीसी देशों के साथ भारत का कुल व्यापार 184.46 अरब अमेरिकी डॉलर का था।
पीएम मोदी ने ‘अरेबियन गल्फ कप’ के उद्घाटन समारोह में ‘विशिष्ट अतिथि’ के रूप में उन्हें आमंत्रित करने के लिए भी आभार व्यक्त किया। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अमीर ने मोदी की भावनाओं का सम्मान करते हुए कुवैत और खाड़ी क्षेत्र में एक मूल्यवान भागीदार के रूप में भारत की भूमिका की सराहना की।
बयान में कहा गया कि कुवैती नेता कुवैत के ‘विजन 2035′ को साकार करने की दिशा में भारत की ओर से बड़ी भूमिका और योगदान की आशा करते हैं। प्रधानमंत्री ने अमीर को भारत आने का निमंत्रण भी दिया। खाड़ी देश भारत के शीर्ष व्यापारिक साझेदारों में से एक है और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार वित्त वर्ष 2023-24 में 10.47 अरब अमेरिकी डॉलर का रहा।
कुवैत, भारत का छठा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है, जो देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को तीन प्रतिशत तक पूरा करता है। भारतीय निर्यात पहली बार दो अरब डॉलर तक पहुंच गया, जबकि भारत में कुवैत निवेश प्राधिकरण का निवेश 10 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया। भारतीय समुदाय कुवैत में सबसे बड़ा प्रवासी समुदाय है।