ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। ब्रिटेन में पढ़ने जाने वाले भारतीयों के लिए जरूरी खबर है। ब्रिटेन में 15 जुलाई से फिजिकल वीजा स्टिकर (विगनेट) का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद हो गया। ये वीजा पासपोर्ट पर दूतावास अधिकारियों द्वारा लगाया जाता है। पढ़ाई, काम और कुछ खास वीजा के लिए अब विगनेट का इस्तेमाल नहीं होगा, बल्कि इसकी जगह इलेक्ट्रॉनिक वीजा (ईवीजा) मिलेगा। यूके वीजा एंड इमिग्रेशन (यूकेवीआई) अकाउंट के माध्यम से ईवीजा सीधे आवेदकों के पासपोर्ट से ऑनलाइन जुड़ा होगा।
ईवीजा किसी शख्स के इमिग्रेशन स्टेटस का डिजिटल रिकॉर्ड है, जिसे ऑनलाइन मैनेज और स्टोर किया जाता है। ये फिजिकल वीजा रेजिडेंस परमिट की जगह लेता है।
एक बार जारी होने के बाद ये वीजा के प्रकार, रहने की अवधि और शर्तों के बारे में बताता है। ईवीजा को यूकेवीआई अकाउंट में लॉग इन करके एक्सेस किया जा सकता है और इसके लिए पासपोर्ट स्टिकर या कार्ड की जरूरत नहीं होती है। एयरलाइंस और बॉर्डर अधिकारी इलेक्ट्रॉनिक रूप से ईवीजा को वेरिफाई कर सकते हैं।
क्या बदला
स्टूडेंट वीजा, स्किल्ड वर्कर, ग्लोबल बिजनेस मोबिलिटी, ग्लोबल टैलेंट, इंटरनेशनल स्पोर्ट्सपर्सन, यूथ मोबिलिटी स्कीम और टेम्परेरी वर्कर रूट के आवेदकों को 15 जुलाई के बाद अब उनके पासपोर्ट में वीजा स्टिकर नहीं मिलेंगे। वीजा एप्लिकेशन सेंटर पर बायोमेट्रिक एनरॉलमेंट पूरा करने के बाद उन्हें अधिकारियों द्वारा यूकेवीआई अकाउंट क्रिएट करने का निर्देश मिलेगा, जहां उन्हें उनका ईवीजा मिल जाएगा। बायोमेट्रिक रेजिडेंट परमिट (बीआरपी) वाले लोगों को अब ईवीजा हासिल करना होगा।
स्टूडेंट्स को किन बातों ख्याल रखना होगा?
ब्रिटेन जाने से पहले स्टूडेंट्स को यूकेवीआई अकाउंट बनाना होगा और अपने पासपोर्ट को लिंक करना होगा।
स्टूडेंट्स को ये पुष्टि करनी होगी कि उनका ईवीजा जारी हो चुका है और सही ढंग से लिंक किया गया है।
स्टूडेंट्स को एयरपोर्ट या बॉर्डर कंट्रोल पर दिखाने के लिए वीजा निर्णय पत्र की एक कॉपी (प्रिंटेड या डिजिटल) रखनी चाहिए।
अगर स्टूडेंट्स ने पासपोर्ट को रिन्यू या चेंज किया है तो उन्हें यूकेवीआई प्रोफाइल में पासपोर्ट डिटेल्स अपडेट करनी होंगी।
स्टूडेंट्स को नियम लागू होने तक एक्सपायर हो चुके बीआरपी को बनाए रखना चाहिए, अकाउंट क्रिएट करते समय उनकी जरूरत हो सकती है।































