ब्लिट्ज ब्यूरो
रियाद । अरब के टीचर मंसूर-अल-मंसूर ने लाखों स्टूडेंट्स और कैदियों का जीवन बदलने के लिए 1 मिलियन डॉलर का ग्लोबल टीचर प्राइज 2025 जीता है। चैरिटी कार्यों के लिए उन्हें दुबई में वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट के दौरान यह पुरस्कार प्रदान किया गया।
मंसूर-अल-मंसूर शिक्षक होने के साथ लेखक भी हैं। सऊदी अरब में वे समुदाय सेवा के लिए प्रसिद्ध हैं। उन्होंने सऊदी में एक कार्यक्रम चलाया, जिसमें गर्मियों के दौरान लोगों तक एसी की पहुंच हो और उन्हें राहत मिले। उन्होंने कई कैदियों को भी शिक्षा प्रदान की और उन्हें समाज में फिर से शामिल होने में मदद की है।
संस्थापक सन्नी वर्के
ग्लोबल टीचर प्राइज 2025 वर्के फाउंडेशन द्वारा दिया जाता है। इसके संस्थापक सन्नी वर्के है, जिन्होंने ग्लोबल एजुकेशन मैनेजमेंट सिस्टम की स्थापना की थी।
अब तक 9 टीचर्स को मिला पुरस्कार
ग्लोबल टीचर प्राइज, वर्ष 2015 से प्रदान किया जा रहा है। अब तक 9 टीचर्स को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। पूर्व विजेताओं में केन्या, फिलिस्तीन और कनाडा के शिक्षकों के नाम शामिल हैं। 2020 में भारत के रणजीतसिंह दिसाले विजेता थे।
मोहम्मद इमरान खान मेवाती
इस वर्ष टॉप 10 फाइनलिस्ट में भारत में राजस्थान के शिक्षक मोहम्मद इमरान खान मेवाती भी शामिल थे। मोहम्मद इमरान खान मेवाती पिछले दो दशकों से राजस्थान संस्कृत शिक्षा विभाग में टीचर हैं।