ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली।यूटिलिटी गाड़ियों की मजबूत मांग से देश में यात्री वाहनों (पीवी) की थोक बिक्री बीते सालाना आधार पर दो फीसदी बढ़कर रिकॉर्ड 43,01,848 इकाई पहुंच गई। 2023-24 में कुल 42,18,750 यात्री वाहन बिके थे।
इस अवधि में इलेक्टि्रक वाहनों (ईवी) का पंजीकरण बढ़कर 19.7 लाख पहुंच गया, जो 2023-24 के 16.8 लाख इकाइयों की तुलना में 16.9 फीसदी अधिक है। सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के जारी नवीनतम आंकड़ों के मुताबिक, यूटिलिटी वाहनों ने बिक्री में वृद्धि को गति देना जारी रखा है।
2024-25 में कुल यात्री वाहनों की थोक बिक्री में इनकी हिस्सेदारी बढ़कर 65 फीसदी पहुंच गई, जो 2023-24 में 60 फीसदी थी। बीते वित्त वर्ष कुल 27,97,229 यूटिलिटी वाहन बिके, जो 2023-24 के 25,20,691 इकाइयों के मुकाबले 11 फीसदी अधिक है।
निर्यात 15 प्रतिशत बढ़ा
सियाम के मुताबिक, 2024-25 में देश से रिकॉर्ड 7.7 लाख से अधिक यात्री वाहनों का निर्यात किया गया। यह वित्त वर्ष 2023-24 की तुलना में 15 फीसदी वृद्धि को दर्शाता है। निर्यात में यह वृद्धि देश में निर्मित होने वाले वैश्विक मॉडल की मांग से प्रेरित रही।
– कारों की बिक्री 13% घटी, दोपहिया में तेजी
– कारों की बिक्री 13 फीसदी घटकर 13,53,287 इकाई रही।
– दोपहिया वाहनों की बिक्री 9% बढ़कर 1,96,07,332 इकाई रही।
– वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में तिपहिया वाहनों में 7 फीसदी की बढ़ोतरी रही।
– सभी श्रेणी के वाहनों की बिक्री बीते वित्त वर्ष सात फीसदी बढ़कर 2,56,07,391 इकाई पहुंच गई।
मार्च में चार फीसदी वृद्धि
यात्री वाहनों की थोक बिक्री मार्च, 2025 में सालाना आधार पर चार फीसदी बढ़कर 3,81,358 इकाई पहुंच गई। इस दौरान 16.56 लाख से अधिक दोपहिया और 62,813 तिपहिया वाहनों की बिक्री हुई।
मेक इन इंडिया वाहनों की मांग
सियाम के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने कहा, ग्रामीण मांग और उपभोक्ता विश्वास में सुधार से क्षेत्र को उबरने में मदद मिल रही है। अफ्रीका और पड़ोसी देशों जैसे प्रमुख बाजारों में निर्यात मांग जारी रहने की संभावना है, क्योंकि मेड इन इंडिया वाहनों का चलन बढ़ रहा है।