ब्लिट्ज ब्यूरो
नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और चीन के बीच एलएसी पर जमीनी स्थिति (2020 से पूर्व की स्थिति) बहाल करने के लिए व्यापक सहमति बन गई है। इसमें पारंपरिक क्षेत्रों में गश्त और मवेशियों को चराने की अनुमति देना भी शामिल है। उन्होंने ‘चाणक्य डिफेंस डायलॉग 2024’ में दोनों देशों के बीच हुए समझौते को महत्वपूर्ण घटनाक्रम बताया, जो वैश्विक मंच पर रक्षा वार्ता के महत्व को रेखांकित करता है।
राजनाथ ने कहा कि भारत और चीन एलएसी के साथ कुछ क्षेत्रों में मतभेदों को सुलझाने के लिए सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर वार्ता कर रहे हैं। रक्षा मंत्री ने कहा, यह निरंतर वार्ता से संभव हुआ, क्योंकि देर-सवेर समाधान निकलने की उम्मीद थी। भारत-चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर फिर से गश्त शुरू करने पर सहमति की घोषणा 21 अक्तूबर को हुई थी। दोनों देशों के अधिकारी पिछले कई हफ्तों से जारी वार्ता के बाद इस समझौते पर पहुंचे। विदेश सचिव विक्रम मिसी ने इस सहमति का एलान किया था।